वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एनआरसी और सीएए के विरोध में गुरुवार को सत्याग्रह मार्च निकाला. इसमें विभिन्न जगहों से आए हुए कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. कार्यकर्ताओं का मानना है कि एनआरसी और सीएए से सरकार देश को जाति एवं धर्मों में बांटने की कोशिश कर रही है जो बेहद निराशाजनक है.
जाति और धर्मों में देश को बांट रही है सरकार
कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने भी लोगों को एनआरसी और सीएए को लेकर समझाने की कोशिश की है. मगर लोगों का यहीं मानना है कि जाति और धर्मों में देश को बांटने की कवायद वर्तमान सरकार कर रही है. कांग्रेस के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने कहा कि देश के गृह मंत्री और प्रधानमंत्री जिस तरीके से बयान बाजी कर रहे हैं उस तरीके का बयान देना देश के हित में नहीं है.
सीएए और एनआरसी को लेकर लोग हैं नराज
राजेश मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार को सबसे पहले देश की अर्थव्यवस्था के बारे में कोई नियम या कानून लाने चाहिए. साथ ही देश में बढ़ रही बेरोजगारी पर भी केंद्र सरकार का ध्यान देना चाहिए. लेकिन केंद्र सरकार सीएए और एनआरसी को लेकर पीछे हटने की बात नहीं कर रही है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा सकती है.
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