वाराणसी: विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की तरफ से चिपकाया गए गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक वाले पोस्टरों पर विवाद खड़ा हो गया है. इस पोस्टरों को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि इन पोस्टरों के जरिए गंगा-जमुनी तहज़ीब को आघात पहुंचाया गया है. इसके चलते पोस्टर के विरोध में महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को एडिशनल सीपी सुभाष दुबे से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने पोस्टरों पर कड़ी आपत्ति जताकर कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त सुभाष दुबे ने मामले का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच डीसीपी काशी जोन को सौंपी है.
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस महानगर कमेटी के साथ एडिशनल सीपी सुभाष चंद्र दुबे को ज्ञापन दिया है. उन्होंने पोस्टर लगाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. राघवेंद्र चौबे ने कहा कि लगभग 10 दिनों से बनारस की फिजा गंगा-जमुनी संस्कृति को जो बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह एक साजिश है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए उन्होंने एडिशनल सीपी मुलाकात की है.
बता दें कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की तरफ से गुरुवार को काशी के गंगा घाटों एक विवादित पोस्टर चिपकाया गया था. इन पोस्टरों पर गंगा घाटों पर गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित बताया गया था. पोस्टरों पर लिखा था कि मां गंगा हिंदुओं की आस्था व संस्कृति का प्रतीक हैं. यह पिकनिक स्पॉट नहीं है. सनातन धर्म को मानने वालों का स्वागत है और सनातन धर्म को न मानने वालों के लिए चेतावनी है.
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इन पोस्टरों को लगाने के बाद जिले में ही नहीं प्रदेश भर में इसकी चर्चा थी. जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी इस पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गंगा-जमुनी तहजीब को आघात पहुंचाने का आरोप लगाते हुए पोस्टरों के विरोध में शहर के एडिशनल सीपी (अपर पुलिस आयुक्त) सुभाष दुबे से मिले. इसके बाद उन्होंने विवादित बताते हुए पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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