वाराणसी: जनपद में सीटों के लिए जारी आरक्षण सूची ने राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी है. अलग-अलग जिलों की आरक्षण सूची जारी की गई, जिसमें वाराणसी भी शामिल है. वाराणसी नगर निगम के वार्डों की आरक्षण सूची जारी होने पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
शुक्रवार को वाराणसी कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने तंज कसते हुए कहा कि जिन वार्डों में बीजेपी कमजोर है, वहां अपनी मनमानी (Congress allegation in Varanasi Reservation list) कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम की आरक्षण सूची को सत्ता के इशारे पर तैयार किया गया है. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) पूर्ण रूप से लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ काम कर रही है. भाजपा को चुनाव में भी विश्वास नहीं है. सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग कर कैसे भी कुर्सी पाना भाजपा की प्राथमिकता है. बता दें कि कांग्रेस ने सूची को लेकर सवाल उठाया है. इसे सरकार की मनमानी बताई है. यह वाराणसी नगर निगम (Varanasi Municipal Corporation) में पहला ऐसा वाक्या हुआ है कि मनमाने तरीके से आरक्षण सूची बनाई गई है. भाजपा का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रशासन बीजेपी के एजेंट के रूप में कार्य कर रहा है.
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बता दें कि नगर निगम चुनाव में आवेदन के लिए प्रत्याशियों को आवेदन पत्र वितरण और आवेदक जमा करने हेतु विधानसभा वार नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है. जिसमें उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में महानगर उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में महानगर उपाध्याय डॉ. राजेश गुप्ता, कैंट विधानसभा क्षेत्र में महानगर उपाध्यक्ष आनंद सिंह और नए जुड़े वार्डों के आवेदन के लिए जिला सचिव गोपाल पटेल को जिम्मेदारी दी गई. सभी लोग महानगर कांग्रेस कार्यालय मैदागिन पर आवेदन फार्म जमा करेंगे.
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