वाराणसी: जनपद में पंचकोसी यात्रा तो शुरू हो गई है, लेकिन यात्रा के पड़ाव की स्थिति मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद काफी खराब है. जब यात्रा के पड़ाव और सड़कों की पड़ताल ईटीवी भारत द्वारा की गई तो पता चला कि रामेश्वर मंदिर के ठीक सामने स्थित धर्मशाला पुलिस चौकी में तब्दील हो चुकी है. यहां 28 सालों से पुलिस का ठिकाना बना हुआ है.
धर्मशाला परिसर में जगह-जगह गंदगी देखने को मिली. मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने कहा कि अगर हम यहां पुलिस चौकी नहीं खोलते तो धर्मशाला और भी टूट चुका होता और इस पर अवैध कब्जा हो जाता. वहीं, एसपी ग्रामीण मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि चौकी के भवन के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है. भवन का निर्माण कार्य पूरा होते ही चौकी को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा.
भीमचंडी से रामेश्वर तक 23 किलोमीटर की पड़ताल के दौरान कई अन्य अनियमितताएं भी सामने आईं. यहां सड़क और पटरियों का निर्माण चल रहा है. कुछ जगह मजदूर सड़क और पटरी के काम में लगे हुए थे तो कई जगह पटरियों का काम अधूरा है. जंसा स्थित भैरवनाथ मंदिर पर यात्रियों के ठहरने के इंतजाम नहीं है. वहीं मंदिर स्थित भैरव तालाब भी उपेक्षा का शिकार है.
रामेश्वर में मंदिर के सामने वाली सड़क अधूरी पड़ी हुई है. सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है. यात्रियों के रात्रि विश्राम के लिए आठ धर्मशालाएं हैं, जिन पर अवैध कब्जा है. दो धर्मशालाएं जर्जर हो चुकी हैं. मंदिर परिसर में पेयजल व्यवस्था और शुलभ शौचालय की स्थिति भी बदतर है.
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रामेश्वर मंदिर के महंत राममूर्ति दास (मद्रासी बाबा) का कहना है कि धर्मशालाओं की स्थिति सुधारने के लिए एक कमेटी गठित करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि मंदिर में एक वॉचमैन और एक सफाईकर्मी की स्थायी नियुक्ति हो, जिससे मंदिर की सफाई भी हो सके और सुरक्षा भी.