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वाराणसी में अगले माह से संचालित होंगी CNG नावें

यूपी के वाराणसी जिले में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए अगले महीने से सीएनजी युक्त नावें गंगा में संचालित की जाएंगी. इसके लिए एक सीएनजी स्टेशन बनाया जा रहा है.

वाराणसी में अगले माह से संचालित होंगी CNG नावें
वाराणसी में अगले माह से संचालित होंगी CNG नावें
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Published : Dec 15, 2020, 9:01 AM IST

वाराणसी: काशी में पायलट प्रोजेक्ट व्यवस्था के तहत अस्थाई जमीन पर अगले माह नावों के लिए पहला सीएनजी स्टेशन स्थापित हो जाएगा. इसके बाद दो हजार वर्ग मीटर जमीन पर स्थाई सीएनजी स्टेशन तैयार किया जाएगा.

काशी में दिन-प्रतिदिन खराब हो रही आबो-हवा के मद्देनजर प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अगले माह नावों के लिए पहला सीएनजी स्टेशन स्थापित किया जाएगा. इसके लिए कार्य तेजी से चल रहा है. यह व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अस्थाई जमीन पर की जा रही है.

काशी में चलती हैं एक हजार नावें


अध्यात्म नगरी काशी में गंगा घाट पर करीब एक हजार लाइसेंसी नावें संचालित की जाती हैं. कई नावें डीजल इंजन पर चलती हैं,जिसके कारण गंगा में प्रदूषण फैलता है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से नाविकों को गंगा में सीएनजी मुहैया कराने के लिए डाटर स्टेशन स्थापित किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत जनवरी में हो जाएगी. इस स्टेशन पर 45000 वाटर लीटर कैस्केड करने की क्षमता होगी.

खिड़किया घाट पर लगाया जाएगा डिस्पेंसर

रिंग रोड पर स्थापित मदन स्टेशन से एलसीवी के माध्यम से गैस मंगाई जाएगी. इसके बाद गैस को स्टोर किया जाएगा. गैस स्टोर करने के लिए खिड़कियां घाट पर जेटी पर डिस्पेंसर लगाया जाएगा, जिससे नावों में गैस भरी जाएगी.

वाराणसी: काशी में पायलट प्रोजेक्ट व्यवस्था के तहत अस्थाई जमीन पर अगले माह नावों के लिए पहला सीएनजी स्टेशन स्थापित हो जाएगा. इसके बाद दो हजार वर्ग मीटर जमीन पर स्थाई सीएनजी स्टेशन तैयार किया जाएगा.

काशी में दिन-प्रतिदिन खराब हो रही आबो-हवा के मद्देनजर प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अगले माह नावों के लिए पहला सीएनजी स्टेशन स्थापित किया जाएगा. इसके लिए कार्य तेजी से चल रहा है. यह व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अस्थाई जमीन पर की जा रही है.

काशी में चलती हैं एक हजार नावें


अध्यात्म नगरी काशी में गंगा घाट पर करीब एक हजार लाइसेंसी नावें संचालित की जाती हैं. कई नावें डीजल इंजन पर चलती हैं,जिसके कारण गंगा में प्रदूषण फैलता है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से नाविकों को गंगा में सीएनजी मुहैया कराने के लिए डाटर स्टेशन स्थापित किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत जनवरी में हो जाएगी. इस स्टेशन पर 45000 वाटर लीटर कैस्केड करने की क्षमता होगी.

खिड़किया घाट पर लगाया जाएगा डिस्पेंसर

रिंग रोड पर स्थापित मदन स्टेशन से एलसीवी के माध्यम से गैस मंगाई जाएगी. इसके बाद गैस को स्टोर किया जाएगा. गैस स्टोर करने के लिए खिड़कियां घाट पर जेटी पर डिस्पेंसर लगाया जाएगा, जिससे नावों में गैस भरी जाएगी.

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