वाराणसी: पीएम मोदी के आगमन से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक सोमवार रात को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. महज 2 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री ने न सिर्फ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की बल्कि चार अलग-अलग स्पॉट पर पहुंचकर रात के अंधेरे में चल रहे विकास कार्यों की जमीनी हकीकत भी जानी. शाम लगभग 7:30 बजे मुख्यमंत्री वाराणसी के सर्किट हाउस पहुंचे और पहुंचते साथ ही उन्होंने अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक शुरू कर दी. लगभग आधे घंटे तक चली समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री सीधे स्थलीय निरीक्षण के लिए निकल गए और एक के बाद एक अलग-अलग चार स्पॉट पर पहुंच कर उन्होंने चल रहे विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को भी परखा.
मल्टीलेवल पार्किंग का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान सोमवार को रात्रि में पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय परिसर में 18.94 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 50 बेड के महिला चिकित्सालय (एमसीएच विंग), 50.17 करोड़ रुपए लागत से निर्मित वाराणसी गाजीपुर मार्ग पर रेलवे के समपार संख्या 20 स्पेशल पर 3 लेन ऊपरगामी सेतु के निर्माण कार्य तथा 19.55 करोड़ रुपए से निर्मित गोदौलिया मल्टी लेबल पार्किंग की पूर्ण हो चुके विकास परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया. 19.55 करोड़ रुपए लागत से निर्मित मल्टी लेवल पार्किंग गोदौलिया के इस 4 मंजिल सेमी ऑटोमेटिक पार्किंग में 375 दो पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे. ग्राउंड फ्लोर पर 33 दुकानें भी बनी है. पर्यटन सुविधा केंद्र भी यहां मौजूद होगा. पेयजल व शौचालय की सुविधा भी यहां है. अप्रैल 2019 में इस पार्किंग स्थल का निर्माण कार्य शुरू होकर गत 30 जून को पूरा हो चुका है. इस पार्किंग से गोदौलिया, दशाश्वमेध और काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले सैलानियों को सहूलियत हो जाएगी. 375 वाहनों की पार्किंग वाले गोदौलिया मल्टीलेवल पार्किंग काम पूरा कर लिया गया है. 19.55 करोड़ की लागत से बने पार्किंग से गोदौलिया, दशाश्वमेध और काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले सैलानियों को सहूलियत हो जाएगी.
विश्वनाथ धाम का दिखा स्वरूप
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जापान और भारत की दोस्ती के प्रतीक 186 करोड़ की लागत से तैयार सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का भी स्थलीय निरीक्षण किया. निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. यह एक अद्वितीय कन्वेंशन सेंटर है, जिसमें जापानी और भारतीय वास्तु शैलियों का संगम दिखता है. सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.
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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे सीएम योगी
इसके बाद सीएम योगी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे. उन्होंने बाबा विश्वनाथ की पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों के लिए मंगल कामना की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के भव्य परिसर का निरीक्षण भी किया. मुख्यमंत्री 9:15 पर मंदिर परिसर पहुंचे. जहां उन्होंने पहले बाबा के गर्भ गृह में जाकर षोडशोपचार पूजन किया. पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने चुनार के लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित हो रहे मंदिर परिसर की डिजाइन को देखा. उन्होंने देखा कि भव्य प्रवेश द्वार लग रहे पत्थरों की डिजाइन अब उभरकर सामने आ रही है. इससे परिसर की खूबसूरती में चार चांद लग रहा है.
धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने बताया कि इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए कंपनी ने जहां बाहरी दीवारों पर पत्थर लगाने का कार्य तो भवनों के अंदर प्लम्बिंग और वायरिंग का कार्य भी एक साथ किया जा रहा है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि सावन से पहले मंदिर परिसर में लाल पत्थरों के लगाने का काम करीब-करीब पूरा कर लिया जाएगा. नक्काशी पूर्ण कार्य होने के चलते दिन और रात दोनों समय मंदिर परिसर का कार्य चल रहा है.
महत्वपूर्ण है यह दौरा
फिलहाल मुख्यमंत्री का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि जुलाई के अंत में पीएम मोदी का वाराणसी दौरा प्रस्तावित बताया जा रहा है. पीएम मोदी करीब 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात भी अपने संसदीय क्षेत्र को देंगे. इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आज उन बड़ी परियोजनाओं की हकीकत परखेंगे, जिनका पीएम मोदी को लोकार्पण करना है. सीएम के इस दौरे से अधिकारियों में भी काफी खौफ बना हुआ है, क्योंकि पिछले दौरे में मुख्यमंत्री ने बनारस में ही पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी को सस्पेंड किया था, साथ ही कई अधिकारियों को वार्निंग दी थी.
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