वाराणसीः जिले में बीएचयू के दो प्रोफेसरों से शातिरों ने लगभग एक लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए. डेहरी विभाग के प्रोफेसर डीसी राय से 25000 रुपये एवं एग्रीकल्चर इंजीनियर के असिस्टेंट प्रोफेसर पीके त्रिपाठी से 1 लाख 13 हजार रुपये की ठगी कर ली. प्रोफेसर डीसी राय ने खुद के साथ हुई धोखाधड़ी की लंका थाने में लिखित शिकायत की है.
ये है पूरा मामला
बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर वीके त्रिपाठी कोरोना संक्रमित होने के कारण होम आइसोलेशन में हैं. उनसे जालसाज ने बीएचयू स्थित कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद्र के नाम से फोन किया. पहले हालचाल लेने से शुरुआत की और बाद में भावनात्मक रूप से परेशान करना शुरू किया. खुद को पैसों की जरूरत बताई. वीके त्रिपाठी ने 50,000 रुपये अपने खाते से ट्रांसफर किए. इसके बाद और पैसे नहीं होने पर बेटी से 50000 रुपये मांगकर दिए. इसके बाद 13000 रुपये डेबिट कार्ड से दिए.
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वाट्सअप पर कृषि निदेशक की लगी फोटो से आया मैसेज
इसी तरह प्रोफेसर डीसी राय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि बीएचयू स्थित कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रमेश चंद्र के नाम से वाट्सअप पर उनकी फोटो लगाकर एक मैसेज आया. मैंने तुरंत पूछा कि यह आपका नया नंबर है तो उधर से रिप्लाई आया हां. इस नंबर को सेव कर लीजिए. इसके बाद मदद की गुहार की गई. उनसे अमेजन का गिफ्ट कार्ड खरीदने हेतु मदद मांगी गई. पूछने पर कि क्या मैं आपको कॉल कर सकता हूं, इस पर असमर्थता व्यक्त की. अति आवश्यक बताकर 5000 की पांच अमेजॉन गिफ्ट कार्ड प्रोफेसर रमेश चंद्र की तरफ से उनको दिए गए.
प्रोफेसर डीसी राय ने बताया फिर मुझे कुछ शक हुआ तो मैंने प्रोफेसर रमेश चंद्र जी को फोन किया तो उन्होंने मुझे बताया कि मैंने आपको कोई आग्रह नहीं किया. तब मुझे आभास हुआ कि मेरे साथ धोखाधड़ी करके ₹25000 ले लिया गया है. उसके बाद उसी नंबर से फिर 5000 के 51 गिफ्ट कार्ड खरीदने का आग्रह आया. उसके बाद लगातार कई संदेश है लेकिन मैंने कोई उत्तर नहीं दिया. अभी व्हाट्सएप पर उपरोक्त नंबर एक्टिव दिख रहा है व्हाट्सएप संदेश का प्रिंट आउट के साथ मैंने थाने में लिखित तहरीर दिया.