वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में नकल करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों के लिए विश्वविद्यालय ने नया नियम लागू किया है. विश्वद्यालय ने विद्यार्थियों के ऊपर एमसीआई के निर्देशों को लागू किया है, जिसके तहत विद्यार्थियों को सिर्फ़ उसी विषय की परीक्षा देनी होगी, जिसमें वे नकल करते हुए पकड़े गए थे.
बता दे कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षा में नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों को एमसीआई के दिशा निर्देशों का पालन करना होगा. जिसके तहत अब नकल करते हुए पकड़े जाने वाले परीक्षार्थियों के लिए थोड़ी राहत होगी. इस नए निर्देश के तहत छात्र - छात्रा को अब सिर्फ़ उसी विषय की परीक्षा देंगे जिस विषय में वे नकल करते हुए पकड़े गए थे. पहले ऐसे विद्यार्थियों को सभी विषयों की परीक्षा देनी पड़ती थी.
इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर है कि त्यागी ने बताया कि परीक्षा समिति की बैठक में एमसीआई नियम को लागू करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि इस नियम से वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, चंदौली के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 2020-21 में स्नातक प्रथम वर्ष के प्रोन्नत छात्र जो द्वितीय वर्ष के परीक्षा फॉर्म को नहीं भर सके थे, ऐसे छात्रों को द्वित्तीय वर्ष के फॉर्म को पुनः भरने का अवसर दिया जाएगा और उसी परीक्षा के आधार पर उनको प्रथम वर्ष के अंक भी दिए जाएंगे और 2017 से 2020 सत्र के दौरान परीक्षा के बाद भी अंक नहीं हासिल करने वाले छात्र को भी औसतन अंक देकर पास किया जाएगा.
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नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों को अब देनी होगी यह परीक्षा
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में नकल करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों के लिए नया नियम लागू किया गया है. वह नियम क्या है? चलिए जानते हैं.
वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में नकल करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों के लिए विश्वविद्यालय ने नया नियम लागू किया है. विश्वद्यालय ने विद्यार्थियों के ऊपर एमसीआई के निर्देशों को लागू किया है, जिसके तहत विद्यार्थियों को सिर्फ़ उसी विषय की परीक्षा देनी होगी, जिसमें वे नकल करते हुए पकड़े गए थे.
बता दे कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षा में नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों को एमसीआई के दिशा निर्देशों का पालन करना होगा. जिसके तहत अब नकल करते हुए पकड़े जाने वाले परीक्षार्थियों के लिए थोड़ी राहत होगी. इस नए निर्देश के तहत छात्र - छात्रा को अब सिर्फ़ उसी विषय की परीक्षा देंगे जिस विषय में वे नकल करते हुए पकड़े गए थे. पहले ऐसे विद्यार्थियों को सभी विषयों की परीक्षा देनी पड़ती थी.
इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर है कि त्यागी ने बताया कि परीक्षा समिति की बैठक में एमसीआई नियम को लागू करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि इस नियम से वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, चंदौली के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 2020-21 में स्नातक प्रथम वर्ष के प्रोन्नत छात्र जो द्वितीय वर्ष के परीक्षा फॉर्म को नहीं भर सके थे, ऐसे छात्रों को द्वित्तीय वर्ष के फॉर्म को पुनः भरने का अवसर दिया जाएगा और उसी परीक्षा के आधार पर उनको प्रथम वर्ष के अंक भी दिए जाएंगे और 2017 से 2020 सत्र के दौरान परीक्षा के बाद भी अंक नहीं हासिल करने वाले छात्र को भी औसतन अंक देकर पास किया जाएगा.
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