वाराणसी: जनपद में गुरुवार को इंवेस्टर समिट का आयोजन हुआ, जिसमें कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट में 40 हज़ार करोड़ का निवेश काशी के सम्मानित निवेशकों ने किया है. 10 लाख करोड़ के इन्वेस्ट का लक्ष्य लेकर हम लोग चले थे. जिस तरह का समर्थन और आकर्षण निवेशकों में दिखाई दिया, उससे हम देश के बाहर से 7 लाख करोड़ का इन्वेस्ट लेकर के आए है. देश के जो दूसरे 21 महानगरों में इन्वेस्टर समिट करने और रोड शो करने का फैसला सरकार ने जो लिया उसमें पश्चिम बंगाल से 7 हजार करोड़ का इन्वेस्ट मिला है. वहीं, 25 हजार करोड़ तेलंगाना हैदराबाद से मिला है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महाराष्ट्र गये और 7 लाख करोड़ का निवेश लेकर आए हैं. जिस तरह से उद्योगपतियों का और निवेशकों का रूझान जिस तरह से उत्तर प्रदेश की तरफ है.उसके लिए हमे अपने लक्ष्य को बढ़ाना पड़ रहा है. लगता है कि 20 लाख करोड़ से भी ज्यादा का निवेश करने जा रहे है. यह एक रिकॉर्ड और इतिहास बनने जा रहा है.
वहीं मीडिया से बातचीत करते अखिलेश यादव के लगातार बयानों को लेकर कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि 'मैं आखिलेश यादव जी से कहूंगा कि जनभावनाओं का आदर करना सीख लें तो शायद राजनीतिक अस्तित्व बच जाये. यदि उत्तर प्रदेश के विकास में बाधा पैदा करने की कोशिश करेंगे तो न ही यहां की सम्मानित जनता छोड़ने वाली है और न ही उद्योगति छोड़ने वाले है. जो जैसा करेगा वैसा भोगेगा. अब उत्तर प्रदेश के अंदर परिवारवाद की राजनीती, माफियाओं की राजनीति औक गुंडा-बदमाशों की राजनीति को नहीं चलने दिया जायेगा. अब उत्तर प्रदेश तेजी से उत्तम प्रदेश के दायरे से बाहर निकलकर सर्वोत्तम प्रदेश बनने की तरफ अग्रसर है. अगर कुछ लोगों के पेट मे दर्द हो रहा है तो होने दीजिये.'
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