वाराणसी: बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर कोविड-19 एल-3 अस्पताल पर लगातार लापरवाही का आरोप लगा रहा है. अस्पताल से लापता कोरोना मरीज का शव अस्पताल के पास मिला है. सूचना पर पहुंचे मृत मरीज के परिजनों ने हंगामा करते हुए अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की और बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए. मामले का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन ने बीएचयू प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए हैं.
23 वर्षीय मृतक युवक लंका थाना अंतर्गत डौकी क्षेत्र का रहने वाला था. बीएचयू परिसर में 12 अगस्त को एक्सीडेंट होने के बाद उसे इलाज के लिए बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इस दौरान उसकी कोरोना जांच की गई और वह संक्रमित पाया गया, जिसे इलाज के लिए बीएचयू के कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया. मरीज के लापता होने की सूचना पर रविवार को परिजनों ने हंगामा करते हुए पुलिस से इसकी शिकायत की थी. परिजनों के अनुसार, सोमवार को उसका शव सुपर स्पेशलिटी सेंटर के पास मिला.
परिजनों ने लगाया किडनी निकालने का आरोप
मृतक के भाई मोनू ने बताया कि रविवार को जानकारी मिली की अस्पताल से मेरा भाई लापता हो गया है. सोमवार को उसका शव मिला. उसके पेट पर कटे के निशान हैं. अस्पताल पर आरोप लगाते हुए उसने कहा कि मेरे भाई की किडनी निकाल ली गई है.
वहीं पूरे मामले में एमएस एसके माथुर ने कहा कि 22 अगस्त को दोपहर में कोरोना संक्रमित मरीज लापता हो गया था. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद उसकी तलाश की गई, तो उसका शव अस्पताल के बाहर जा रहे पाइप के पास मिला. उन्होंने कहा कि अस्पताल से फरार होने को कोशिश के दौरान उसकी मौत हो सकती है. इस संबंध में पुलिस को भी सूचित किया गया है.
इसके पहले भी उजागर हो चुकी है अस्पताल की लापरवाही
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मरीज के परिजनों ने डाॅक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इससे पहले शव की शव अदला-बदली और कोरोना मरीज को एंबुलेंस में घंटों इतजार कराने का आरोप भी डाॅक्टरों पर लग चुके हैं. वहीं एक महिला ने डाॅक्टरों पर आरोप लगाते हुए सीएम योगी से शिकायत की थी कि उसके बेटे का सही से इलाज नहीं किया जा रहा है.
रविवार को एक मरीज ने अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. 8 सेंकड का एक वीडियो वायरल हुआ है, जो बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर कोविड-19 एल-3 अस्पताल का बताया जा रहा है.
जिला प्रशासन के द्वारा कुलपति काशी हिंदू विश्वविद्यालय को इस संबंध में एक पत्र लिखा गया है. जिसमें 23 अगस्त को एक मरीज द्वारा कोविड अस्पताल से कूद जाने की घटना और एक मरीज को लापता होने और सोमवार को मिले उसके शव मामले में उच्च स्तरीय समिति बनाकर जांच कराने को कहा गया है. वहीं पिछले सप्ताह शव की अदला-बदली के मामले में जांच समिति ने बीएचयू प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी है.
वहीं जिला प्रशासन की ओर से बीएचयू प्रशासन से सभी वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगने और उसकी निगरानी के संबंध में भी जानकारी मांगी गई है. गौरतलब है कि सभी वार्डों में सीसीटीवी कैमरे आदि को लेकर 11 अगस्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में बैठक हुई थी.