वाराणसी: जनपद में बीएचयू में सामाजिक विज्ञान संकाय द्वारा "शिक्षा का महत्व एवं आदर्श शिक्षा प्रणाली का स्वरूप" विषय पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं और छात्रों के मूल्यांकन को लेकर कहा कि कोई भी फैसला छात्रों के स्वास्थ्य और उनके हित को ध्यान में रखकर लिया जाएगा.
कोरोना वायरस ने पूरे भारत में अपना प्रचंड रूप दिखाना प्रारंभ कर दिया है. ऐसे में शिक्षा पर भी उसका बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा है. बीएचयू प्रशासन द्वारा प्रस्तावित फाइनल ईयर परीक्षा को लेकर छात्रों में नाराजगी है. नाराजगी सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली. कुलपति ने बीएचयू के विषय में छात्रों को फेक खबरों से दूर रहने की अपील की है.
कुलपति ने छात्रों को किया सतर्क
उनहोंने कहा कि छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा विश्वविद्यालय के लिए सर्वोपरि है. आवश्यकता हुई तो नियम में लचीलापन लाने पर भी विचार किया जा सकता है. किसी भी तरह की अफवाह या सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी संदेशों से दूर रहें. जो भी फैसला होगा, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उसकी घोषणा की जाएगी. कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने छात्रों से अपील कि वह किसी भी तरह की फेक न्यूज़ या परीक्षाओं के बारे में वायरल हो रहे फर्जी संदेशों या अखबारों से सावधान रहें.
विश्वविद्यालय प्रशासन इस बारे में सुझाव को ध्यान में रखते हुए संकाय प्रमुख संस्थानों, निदेशकों, विभागाध्यक्ष और अन्य पक्षों पर चर्चा कर रहा है. इस बारे में अपने सुझाव से विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत कराते रहे हैं. निर्णय लिया जाएगा, उन सुझाव पर ध्यान जरूर दिया जाएगा. कोरोना महामारी के मद्देनजर छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय ऑनलाइन शिक्षा और लॉगिन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि छात्र जहां हैं, वहीं पर पढ़ाई कर सकें.