वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है. रोजा इफ्तार बीएचयू के महिला विद्यालय में किये जाने और कैंपस में हिंदुस्तान विरोधी और ब्राह्मण विरोधी आपत्तिजनक स्लोगन लिखे जाने से छात्रों में आक्रोश है. जिसे लेकर सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने गंगाजल लेकर पति आवास पर संस्कृत के मंत्रों के साथ शुद्धिकरण किया. ताकि कुलपति को सद्बुद्धि आये. उसके साथ ही कुछ छात्रों ने मुंडन करा कर भी अपना विरोध दर्ज किया. छात्रों ने विश्वविद्यालय शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.
हम आपको बता दें कि छात्रों ने कल रोजा इफ्तार पार्टी के विरोध में कुलपति आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया था और कुलपति का पुतला भी फूंका गया था. शुभम तिवारी ने बताया कि जिस तरह का देश विरोधी और ब्राह्मण विरोधी विश्वविद्यालय कैंपस में लिखा गया और अभी तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई. कुलपति महोदय रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होते हैं.ये महामना के सिद्धांतों के खिलाफ है. आज हम लोगों ने संस्कृत के मंत्रों के द्वारा कुलपति आवास को गंगाजल से शुद्ध किया है, ताकि कुलपति का मन भी शुद्ध हो, भगवान उनको सद्बुद्धि दें.
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पतंजलि पाण्डेय ने बताया कि विश्वविद्यालय लगातार हिंदू विरोध का केंद्र बनाया जा रहा है. कुलपति के संरक्षण में ये सारी चीजें चल रही हैं. इसलिए आज हम लोगों ने गंगाजल से कुलपति आवास को शुद्ध किया.
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