वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने एमयू और जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इतनी बड़ी घटना का जिम्मेदार ठहराया.
CAB और NRC का विरोध
लोकसभा और राज्यसभा से नागरिकता संशोधन बिल पास हो जाने के बाद देश के कुछ हिस्सों में जमकर विरोध हो रहा है. अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र इसका जमकर विरोध कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच जमकर विवाद हुआ. इसके बाद जामिया यूनिवर्सिटी में भी छात्र और पुलिस के बीच झड़प हुई. बसों को फूंका गया. अब इस कड़ी में बीएचयू के छात्र भी शामिल हो गए हैं, जो CAB और NRC का विरोध कर रहे हैं.
बिल को आम जनता पर थोपा जा रहा
BHU की छात्र आयुषी ने बताया कि NRC और CAB बिल को जिस तरह आम जनता पर थोपा जा रहा है, हम इसका विरोध कर रहे हैं. यही विरोध एएमयू के छात्रों ने किया तो प्रदेश सरकार द्वारा लाठीचार्ज किया गया. वहीं दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों को मारा गया. हम इसका भी विरोध करते हैं. केंद्र सरकार को अपने फैसले पर विचार करना होगा. आयुषी ने चेतावनी देकर कहा कि जब-जब छात्र सड़क पर उतरे हैं, तब-तब इतिहास बदला है.