वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के नवयुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर के प्रयोगशाला में खरीदे गए ढाई करोड़ के कंप्यूटर पर विवाद छिड़ गया है. जिसे लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व शिक्षा मंत्री को छात्रों और यहां के प्रोफेसरों द्वारा शिकायत किया गया है. दरअसल, कंप्यूटर सेंटर के सुझाव पर बीएचयू को लेटेस्ट आई 7 जनरेशन वाले प्रोसेस कंप्यूटर खरीदनी होती है. मगर पुराने हो चुके प्रोफेसर आई 5 और आई 3 जनरेशन वाले कंप्यूटर खरीदे गए हैं.
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के पूर्व एमएस ओपी उपाध्याय ने भी इसकी शिकायत बीएचयू के आला अधिकारियों सहित प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और शिक्षा अधिकारी और बीएचयू के काउंसिल मेंबर को किया. उसके बाद पूर्व और वर्तमान छात्रों ने भी इसकी शिकायत किया है. ऐसे में बीएचयू में एक बार फिर कंप्यूटर का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है.
छात्र कमलेश कुमार ने बताया कि कंप्यूटर में जिस तरह के पुराने जनरेशन के कंप्यूटर खरदे गए हैं. इसकी गड़बड़ियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग की है. छात्रों के अनुसार क्रय समिति द्वारा पुराने और बेकार पड़े कंप्यूटरों को खरीदने का आरोप लगाया है. पिछले दिनों बैठक में भी इस मुद्दे पर काफी चर्चा हई थी.