वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय करीब दो साल बाद सोमवार को फिर छात्रों से गुलजार हुआ. विश्वविद्यालय में कुछ पाठ्यक्रमों के प्रथम व सभी पाठ्यक्रमों के द्वितीय वर्ष के छात्रों की ऑफलाइन कक्षाओं की शुरूआत हुईं. जबकि पीएचडी व अंतिम वर्ष के सभी छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं पहले ही आरंभ हो गई थीं
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश भर में पिछले लगभग 23 महीनों से विश्वविद्यालयों में पूर्ण रूप से ऑफलाइन कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रहीं थीं. लेकिन जैसे ही कोरोना के आंकड़ों की रफ्तार धीमी हुई तो आज एक बार फिर से सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों की चहलकदमी दिखी. इतना ही नहीं छात्रों में भी कैंपस पहुंचने पर काफी उत्साह दिखा और उन्होंने कहा कि दो साल बाद आज कैंपस खुला. उन्होंने अपने दोस्तों से मुलाकात की और साथ ही गुरुजनों का आशीर्वाद भी लिया.
गौरतलब है कि पिछले दिनों कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में एक बैठत आयोजित हुई थीं. इसमें संस्थानों के निदेशकों व संकाय प्रमुखों व विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने ऑफलाइन कक्षाएं संचालित करने के संबंध में निर्णय लिया गया था.
वहीं, विश्वविद्यालय के अनुसार चिकित्सा विज्ञान संस्थान, कृषि संकाय, पशु चिकित्सा व विज्ञान संकाय, प्रबंध शास्त्र संकाय, पर्यावरण व संपोष्य विकास संस्थान की सभी कक्षाएं ऑफलाइन मोड में चल रही हैं. विज्ञान संस्थान, कला संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय, विधि संकाय, शिक्षा संकाय, मंच कला संकाय, दृश्य कला संकाय, वाणिज्य संकाय, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय व महिला महाविद्यालय में प्रथम वर्ष को छोड़ कर सभी कक्षाएं ऑफलाइन मोड में संचालित हो रही हैं.
इन सभी में फस्र्ट ईयर की कक्षाएं फिलहाल ऑनलाइन मोड में ही संचालित हों रही हैं. जबकि समय के अनुसार स्थिति की समीक्षा के आधार पर प्रथम कक्षाओं के संचालन व परीक्षाओं के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
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