मेडिकल छात्रों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने धरना समाप्त नहीं किया. प्रदर्शन कर रहे मेडिकल के छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वह प्रदर्शन जारी रखेंगे. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर नीरज ने बताया मूलभूत सुविधाओं की विश्वविद्यालय में काफी दिक्कत है. जूनियर डॉक्टरों को हॉस्टल नहीं मिल रहा है. पोस्ट ग्रेजुएशन में मात्र 24 सीटें है, जबकि ग्रेजुएशन में 68 हैं. इसके अलावा अन्य भी कई दिक्कतें हैं.
ये हैं मुख्य मांगें
प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की पहली मांग है कि सभी को हॉस्टल दिया जाए. उनकी दूसरी मांग है कि पीजी सीटों में वृद्धि की जाए व तीसरी मांग है कि डिपार्टमेंट में डेंटल चेयर उपलब्ध कराए जाएं. चौथी मांग है कि स्वच्छता की भी उचित व्यवस्था की जाए. इसके अलावा विभाग में मरीजों के इलाज के लिए उचित संसाधन दिए जाएं.
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