वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर धरने पर बैठे छात्रों की बड़ी जीत हुई है. कुलपति ने छात्रों की 11 सूत्रीय मांगों को मान लिया है. शैक्षणिक सत्र-2023 के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने नया नोटिफिकेशन जारी किया है. RET/NTA Exempted श्रेणी में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से जेआरएफ/नेट के नॉर्मलाइज़्ड स्कोर में से 50 अंक पाने की बाध्यता को ख़त्म कर दिया गया है. अब अभ्यर्थियों को Test-B में शामिल होना पड़ेगा, जिसमें उन्हें शोध प्रस्ताव लिखना होगा. शोध प्रस्ताव के विभिन्न भागों के अंकों की योजना प्रवेश के समय पर घोषित की जाएगी.
नई नियमावली का छात्र कर रहे थे विरोध : बता दें कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्र पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर जारी नई नियमावली का लगातार विरोध कर रहे हैं. 15 दिनों से अधिक समय से छात्र धरने पर बैठे हुए हैं. छात्रों ने नियमों में बदलाव और दोबारा नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की थी. प्रशासन ने छात्रों की कुछ मांगों को मान लिया था. मगर बीती रात एक बैठक के बाद कुलपति ने छात्रों की 11 सूत्रीय मांगों को मान लिया है.
इंटरव्यू का फार्मूला लिया गया वापस : विश्वविद्यालय प्रशासन ने शैक्षणिक सत्र-2023 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है. इसमें कई तरह के बदलाव किए गए हैं. बीएचयू प्रशासन की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, RET/NTA Exempted श्रेणी के तहत पीएचडी में प्रवेश के लिए इंटरव्यू के लिए पूर्व में निर्धारित फॉर्मूला वापस ले लिया गया है. इसके स्थान पर सामान्य श्रेणी के उन सभी अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा, जिन्होंने Test-B में 40 प्रतिशत या उससे अधिक अंक हासिल किये हैं. वहीं OBC/SC/ST/EWS/PwBD श्रेणी के वे अभ्यर्थी जो 35 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करेंगे वे इंटरव्यू के लिए बुलाए जाएंगे.
JRF और NET के लिए मिलते रहेंगे एकेडमिक अंक : जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि RET/NTA के तहत प्रवेश के लिए एकेडमिक रिकॉर्ड के लिए दिए जाने वाले प्रस्तावित जेआरएफ/नेट के अंक देने का निर्णय वापस ले लिया गया है. हालांकि, RET/NTA Exempted श्रेणी के तहत प्रवेश के लिए एकेडमिक रिकॉर्ड को जेआरएफ के लिए 5 अंक तथा नेट के लिए 2.5 अंक मिलना जारी रहेगा. वहीं, RET/NTA Exempted श्रेणी में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से जेआरएफ/नेट के नॉर्मलाइज़्ड स्कोर में से 50 अंक पाने की बाध्यता को ख़त्म कर दिया गया है.अभ्यर्थियों को Test-B में शामिल होना पड़ेगा. विश्वविद्यालय के नियम के मुताबिक अब अभ्यर्थियों को Test-B में शामिल होना पड़ेगा, जिसमें उन्हें शोध प्रस्ताव लिखना होगा. शोध प्रस्ताव के विभिन्न भागों के अंकों की योजना प्रवेश के समय पर घोषित की जाएगी. वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्ष में एक बार ही पीएचडी में प्रवेश करने के प्रस्ताव को समीक्षा समिति को भेजा जाएगा. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह समिति इस विषय से संबंधित सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अपनी अनुशंसाएं देगी.
देर रात कुलपति की अध्यक्षता में फैसला : बता दें कि बीएचयू में पीएचडी प्रवेश नियमावली के खिलाफ छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. प्रशासन द्वारा जारी नोटिफिकेशन के बाद धरने पर बैठे छात्रों ने जश्न मनाया. छात्रों ने कहा कि यह हमारी एकता की बड़ी जीत है. बता दें कि कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में गुरुवार देर रात परीक्षा नियन्ता प्रो. एन के मिश्र, छात्र अधिष्ठाता प्रो. नीमा, कुलसचिव अरुण कुमार सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो. एस पी सिंह एवं ACP भेलूपुर प्रवीण सिंह की उपस्थिति में कुलपति ने छात्रों की 11 सूत्री मांगपत्र पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी.
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