वाराणसी: काशी के कोतवाल काल भैरव महोत्सव (Kashi Kotwal Bhairav Festival) का मंगलवार को पांचवां दिन है. यह कार्यक्रम थाना नरिया क्षेत्र के चौधरी शोध संस्थान में आयोजित किया गया है, जो 12 नवंबर से प्रारंभ होकर 16 नवंबर को भैरव अष्टमी तक चलेगा. इसमें भजन गायक मैथली ठाकुर के गीतों पर दर्शक झूमते नजर आए.
तमिलनाडु के संत वसंत विजय महाराज के तत्वाधान में यह कार्यक्रम किया जा रहा है. मंगलवार की सुबह पूरे विधि विधान से ब्राह्मणों द्वारा पूजन पाठ किया गया. उसके बाद कथा वाचन और रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. देश के कौने-कौने से संत और काशी के विद्वान कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं.
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सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे दिन मैथिली ठाकुर (Bhajan singer Maithili Thakur in Varanasi) ने समा बांध दिया. उन्होंने सबसे पहले बाबा विश्वनाथ को समर्पित 'शिव के मनाईब हो शिव मानत नाही' की प्रस्तुति दी. उसके बाद उन्होंने भगवान शिव कई गीतों को प्रस्तुत किया. काशी वासियों ने भी हर-हर महादेव के उद्घोष से युवा कलाकार का स्वागत किया.
प्रमोद चौबे ने बताया कि काशी कोतवाल भैरव महोत्सव पहली बार काशी में हो रहा है. इससे बहुत ही आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है. विश्व शांति के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
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