वाराणसी: भदोही जिले में दुर्गा पूजा पंडाल में लगी भीषण आग के बाद घायलों को वाराणसी रेफर किया गया. इसके लिए बाकायदा भदोही से लेकर बीएचयू इमरजेंसी वार्ड तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. खुद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मौके पर मौजूद रहकर मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किए. बीएचयू पहुंचे मरीजों का डॉक्टरों की निगरानी में बर्न वार्ड में इलाज चल रहा है.
दरसअल, भदोही में आगजनी के बाद आला अधिकारियों के निर्देश पर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट द्वारा ग्रीन कॉरिडोर बना करके बीएचयू के इमरजेंसी वार्ड तक मरीजों को पहुंचाया गया. वाराणसी में 42 मरीज बीएचयू के बर्न वार्ड पहुंच चुके हैं. उन्हें तत्काल चिकित्सा उपलब्ध करवाई जा रही है. बीएचयू के साथ ही वाराणसी के अन्य अस्पतालों के बर्न वार्ड को भी अलर्ट पर रखा गया है. क्योंकि प्रशासन द्वारा कयास लगाया जा रहा है कि बच्चों के अलावा भी कुछ अन्य लोग प्राइवेट अस्पतालों की ओर जा सकते हैं.
बता दें कि पुलिस कमिश्नरेट द्वारा स्वयं चिकित्सकों के साथ बातचीत करके मरीजों का बेहतर इलाज करवाया जा रहा है. वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि जैसे ही प्रशासन द्वारा यह सूचना मिली कि भदोही में आगजनी की घटना हुई है. त्वरित एक प्लान तैयार करते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर के मरीजों को बीएचयू के 1 वार्ड में शिफ्ट कराया गया है. यहां मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है. इसके साथ ही अन्य अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया. उन्होंने बताया कि अभी तक आगजनी घटना का खुलासा नहीं हो पाया है. लेकिन, हमारा प्रयास यह है कि घटना में घायल सभी मरीजों का बेहतर रूप से इलाज कराया जा सके.
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घटना के चश्मदीद गवाह बीएचयू इमरजेंसी में पहुंचे मरीज के परिजनों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से पंडाल में आग लगी. देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया. इस दौरान मौके पर दो लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हैं. उसने बताया कि जब पंडाल में यह हादसा हुआ तो उस समय हजार से ज्यादा लोग वहां मौजूद थे. कुछ लोग भदोही के अस्पताल में भर्ती हैं तो कुछ लोगों को बीएचयू रेफर किया गया है. महिला ने बताया कि वह भी अपने परिवार के दो सदस्यों को लेकर बीएचयू आई है. मामले की गंभीरता को समझते हुए बीएचयू अस्पताल प्रशासन द्वारा झुलसे हुए मरीजों के बेहतर इलाज के लिए अलग से डॉक्टरों की टीम लगाई गई है. इसके साथ ही वार्ड को भी बढ़ाया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को सुरक्षित रखा जा सके.