वाराणसी: जी-20 सम्मेलन में वाराणसी आने वाले विदेशी मेहमानों के समक्ष काशी की एक अलग पहचान हो, इसके लिए हर विभाग तैयारी में जुटा है. काशी नगरी को एक अपनी कला और संस्कृति की छटा बिखरने का स्वर्णिम अवसर है. सम्मेलन से पहले एयरपोर्ट से शहर की ओर आने वाली मुख्य मार्गों टीएफसी, होटल ताज, सर्किट हाउस, चौकाघाट, रुद्राक्ष सेन्टर तथा नमो घाट तक के क्षेत्रों को पूर्ण रूप से सजाया जाएगा. इसके अन्तर्गत फुटपाट, नालियों तथा विद्युत तार आदि को संबंधित विभागों द्वारा व्यवस्थित कराया जा रहा है. इसी क्रम में वाराणसी पर्यटन को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए प्रमुख स्थलों के आसपास थीम आधारित पेंटिंग भी कराई जाएगी.
बनारस को खूबसूरत बनाने के साथ-साथ बनारस की संस्कृति सभ्यता और महापुरुषों के साथ बनारस के साहित्य कला और तमाम पहलुओं को दीवारों पर उतरकर बनारस को मेहमानों के सामने प्रस्तुत करने का एक प्रयास वाराणसी विकास प्राधिकरण की तरफ से किया जा रहा है. थीम बेस्ड ऑल क्षेत्र के हिसाब से उस इलाके में जो भी चीजें फेमस है या जिन महापुरुषों के नाम पर उन क्षेत्रों को जाना जाता है उस आधारित टीम को दीवारों पर पेंटिंग के जरिए बनाया जा रहा है.
वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से जिले के 30 किमी क्षेत्र को विभिन्न क्लस्टरों में बांटकर इसमे बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर शहर के उन हिस्सों जहां सम्मेलन के तहत बैठकें व कार्यक्रम आयोजित होने हैं, को एक स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है. विकास प्राधिकरण की ओर से कुछ कलर कोड निर्धारित किए गए हैं, जिनसे सभी घर व प्रतिष्ठान रंगे जाने हैं. घरों य प्रतिष्ठानों को थीम आधारित रंगने के लिए रंगो का चयन किया गया है. जिसके अन्तर्गत बेसिक कलर के लिए पीच, क्रीम, आफ व्हाईट तथा मिंट कलर तथा हाईलाइटर के लिए टेराकोटा, पिंक, ब्लू एवं ग्रीन कलर का चयन किया गया है.
इन मार्गों पर थीम आधारित वाल पेंटिंग का कार्य प्रारंभ किया गया है
1. भोजूबीर चौराहा से सर्किट हाउस चौराहा.
2. सर्किट चौराहा से गोलघर चौराहा.
3. गोलघर चौराहा से वरुणा पुल तक.
4. धर्मपाला चौराहा (सारनाथ) से कंबोडियन मंदिर तक.
5. कंबोडियन मंदिर से सोहेलदेव चौक तक.
6. अंधरा पुल से चौकाघाट पुल तक.
7. जिला कारागार से गिरजा देवी सांस्कृतिक संकुल, चौकाघाट तक.