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काशी में इस बार खास होगी महाशिवरात्रि, स्वर्णमंडित मंडप में होगा बाबा विश्वनाथ का विवाह

सनतान धर्म 18 फरवरी दिन शनिवार को महाशिवरात्रि का महापर्व मनाएगा. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन मां गौरा और भगवान शिव का विवाह हुआ था. ऐसे में इस बार श्रीकाशी विश्वनाथ का विवाह इस साल स्वर्णमंडित मंडप में होगा.

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बाबा विश्वनाथ का विवाह
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Published : Feb 17, 2023, 10:04 PM IST

वाराणसी: सनतान धर्म को मानने वालों के लिए इस साल की महाशिवरात्रि कुछ खास होने वाली है. उनके आराध्य भगवान श्रीकाशी विश्वनाथ का विवाह इस साल स्वर्णमंडित मंडप में होगा. नव्य भव्य और दिव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के समय 60 किलो सोने से इसे पूरी तरह से स्वर्णमंडित किया गया था. अब बाबा विश्वनाथ और मां गौरा के साथ नवनिर्मित धाम के स्वर्णीम आभा में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा, जहां रात भर उत्सव का माहौल होगा. वहीं, महाशिवरात्रि से पहले आज श्री काशी विश्वनाथ धाम के परिसर में संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत संगीत प्रेमियों में शिव भजन का लुफ्त उठाया.

न आमंत्रण, न निमंत्रण फिर भी दुनियाभर के शिवभक्त बाबा विश्वनाथ के विवाह उत्सव महाशिरात्रि के दिन काशी में बाराती बनने के लिए लालायित रहते हैं. बाबा विश्वनाथ के विवाह का महापर्व इस साल बेहद खास होगा, क्योंकि वर्ष 1835 में महाराजा रणजीत सिंह के गुंबज को स्वर्णमंडित कराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को धरताल पर उतारते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने विस्तार दिया. 13 दिसंबर 2021 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया. इसी दौरान बाबा को गुप्तदान में 60 किलो सोना मिला जिससे गर्भगृह और बाहरी दीवार को स्वर्ण मंडित किया गया है. अब इस स्वर्ण मंडित गर्भगृह में पहली बार भक्त बाबा का विवाह उत्सव मनाएंगे.

भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसी काशी, जहां देवाधिदेव महादेव खुद विराजते हैं. तीनों लोक से न्यारी काशी में शिव भक्त बाबा के विवाह में शामिल होने के लिए बड़ी तादात में आ सकते हैं. इसके लिए प्रसाशन तैयारियों में जुटा है. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि में भक्त गंगा द्वार से भी दर्शन के लिए जा सकेंगे. साथ ही भक्तों की संख्या का अनुमान लगते हुए सड़कों पर भी बैरिकेटिंग की जा रही है, जिससे श्रद्धालु कतारबद्ध होकर आराम से दर्शन कर सकें.

सुनील वर्मा ने बताया कि कि काशी विश्वनाथ धाम में शिवरात्रि के मौके पर भक्तों को कोई असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाएगा. वहीं, हर बार की तरह इस बार भी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन में होने वाली मंगला आरती के टिकट की कीमत में वृद्धि की है. सुनील वर्मा ने बताया कि आम दिनों में यह टिकट 300 रुपये का होता है, लेकिन शिवरात्रि के दिन ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इसलिए टिकट की दर में बढ़ोतरी करते हुए इसका रेट 2000 किया गया है, जो शिवरात्रि को ही मान्य होगा बाकी किसी भी आरती की टिकट दर में कोई वृद्धि नहीं की गई है.

पढ़ेंः Varanasi में शिवरात्रि से पहले भोलेनाथ को लगी हल्दी, महिलाओं ने गाए मंगल गीत

वाराणसी: सनतान धर्म को मानने वालों के लिए इस साल की महाशिवरात्रि कुछ खास होने वाली है. उनके आराध्य भगवान श्रीकाशी विश्वनाथ का विवाह इस साल स्वर्णमंडित मंडप में होगा. नव्य भव्य और दिव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के समय 60 किलो सोने से इसे पूरी तरह से स्वर्णमंडित किया गया था. अब बाबा विश्वनाथ और मां गौरा के साथ नवनिर्मित धाम के स्वर्णीम आभा में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा, जहां रात भर उत्सव का माहौल होगा. वहीं, महाशिवरात्रि से पहले आज श्री काशी विश्वनाथ धाम के परिसर में संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत संगीत प्रेमियों में शिव भजन का लुफ्त उठाया.

न आमंत्रण, न निमंत्रण फिर भी दुनियाभर के शिवभक्त बाबा विश्वनाथ के विवाह उत्सव महाशिरात्रि के दिन काशी में बाराती बनने के लिए लालायित रहते हैं. बाबा विश्वनाथ के विवाह का महापर्व इस साल बेहद खास होगा, क्योंकि वर्ष 1835 में महाराजा रणजीत सिंह के गुंबज को स्वर्णमंडित कराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को धरताल पर उतारते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने विस्तार दिया. 13 दिसंबर 2021 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया. इसी दौरान बाबा को गुप्तदान में 60 किलो सोना मिला जिससे गर्भगृह और बाहरी दीवार को स्वर्ण मंडित किया गया है. अब इस स्वर्ण मंडित गर्भगृह में पहली बार भक्त बाबा का विवाह उत्सव मनाएंगे.

भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसी काशी, जहां देवाधिदेव महादेव खुद विराजते हैं. तीनों लोक से न्यारी काशी में शिव भक्त बाबा के विवाह में शामिल होने के लिए बड़ी तादात में आ सकते हैं. इसके लिए प्रसाशन तैयारियों में जुटा है. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि में भक्त गंगा द्वार से भी दर्शन के लिए जा सकेंगे. साथ ही भक्तों की संख्या का अनुमान लगते हुए सड़कों पर भी बैरिकेटिंग की जा रही है, जिससे श्रद्धालु कतारबद्ध होकर आराम से दर्शन कर सकें.

सुनील वर्मा ने बताया कि कि काशी विश्वनाथ धाम में शिवरात्रि के मौके पर भक्तों को कोई असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाएगा. वहीं, हर बार की तरह इस बार भी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन में होने वाली मंगला आरती के टिकट की कीमत में वृद्धि की है. सुनील वर्मा ने बताया कि आम दिनों में यह टिकट 300 रुपये का होता है, लेकिन शिवरात्रि के दिन ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इसलिए टिकट की दर में बढ़ोतरी करते हुए इसका रेट 2000 किया गया है, जो शिवरात्रि को ही मान्य होगा बाकी किसी भी आरती की टिकट दर में कोई वृद्धि नहीं की गई है.

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