वाराणसी: कैंसर जैसी घातक बीमारी कभी भी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है. खासकर यदि हम महिलाओं की बात कर ले तो महिलाओं में स्तन कैंसर, बच्चेदानी के मुंह के कैंसर, सर्वाइकल कैंसर,कोलोरेक्टल कैंसर इत्यादि पाए जाते हैं. ज्यादातर महिलाओं में स्तन कैंसर, बच्चेदानी के मुंह के कैंसर की शिकायत सामने आती है. इसको लेकर के ईटीवी भारत की टीम ने कैंसर विशेषज्ञ से बातचीत की और जाना कि किस प्रकार से महिलाएं इस घातक बीमारी से खुद को सुरक्षित रख सकती हैं.
माना जाता है कि कैंसर 100 प्रकार के होते हैं. इनमें ब्लड कैंसर, मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर, अंडाशय कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) कैंसर, मूत्राशय का कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर (यकृत) कैंसर, बोन कैंसर, पेट का कैंसर, आदि प्रमुख हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा लोग कैंसर के इन्हीं प्रकारों से ग्रसित होते हैं.
क्या हैं लक्षण
• अत्यधिक थकान और चिड़चिड़ापन
• दूध जैसा सफेद पदार्थ या खून आना
• स्तन की त्वचा पर नारंगी रंग का सपोर्ट दिखाई देना
•कोई गांठ अग्रभाग का धसा हुआ होना
•आकार में बदला
• वजन घटना
• पेट में सूजन होना
• पेट में दर्द का महसूस होना
• खाने पीने में कठिनाई होना या भूख ना लगना
• तेजी से पेशाब बार बार आना
• मासिक धर्म में अनियमितता
• सांस की तकलीफ
• पीठ के निचले हिस्से और पैरों में दर्द
• कब्ज या दस्त
कैंसर के कारण क्या हैं
तंबाकू या उससे बने उत्पाद, जैसे- सिगरेट आदि का लंबे समय तक सेवन मुंह और फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकता है.
लंबे समय तक अल्कोहल का सेवन लिवर (यकृत) कैंसर समेत शरीर के कई अंगों में कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है.
आनुवंशिक दोष या उत्परिवर्तन भी कैंसर के खतरे को काफी हद तक बढ़ा सकता है. इसमें स्तन कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है.
लंबे समय तक पराबैंगनी किरणों के संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
कभी-कभी मोटापा भी कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है.
डॉ बत्रा ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर या बच्चेदानी के मुंह के कैंसर की बात करें तो उनमें ऐसे लक्षण पाए जाते हैं. यदि किसी महिला को ये लक्षण महसूस होते हैं तो उन्हें तुरंत चेकअप करवाकर इलाज़ शुरू कर देना चाहिए. क्योंकि सही समय पर उपचार शुरू होने कारण इस बीमारी से वह ठीक हो सकती हैं
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