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पेशी के लिए वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट पहुंचे अतुल राय बिल्डिंग के बाहर हुए बेहोश

कोर्ट में पेशी के लिए वाराणसी पहुंचे अतुल राय एमपी-एमएलए कोर्ट के बाहर बेहोश होकर गिर पड़े. पुलिस और वकील ने उठाकर उन्हें कोर्ट पहुंचाया. इसके बाद डॉक्टरी परीक्षण करके उन्हें नैनी जेल वापस भेज दिया गया.

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Published : Sep 8, 2022, 1:50 PM IST

Updated : Sep 8, 2022, 8:13 PM IST

वाराणसी: घोषी के बसपा सांसद अतुल राय एक मामले में पेशी के दौरान वाराणसी के एमपी/एमएलए कोर्ट के बाहर बेहोश होकर गिर पड़े. इस दौरान भारी सुरक्षा के बीच पुलिस अधिकारियों और वकीलों ने अतुल राय को उठाकर कोर्ट में पहुंचाया. इसके बाद उनके वकीलों की मांग पर एंबुलेंस में उनकी मेडिकल जांच कराई गई. एंबुलेंस में जांच के बाद डॉक्टरों की निगरानी में उन्हें नैनी जेल वापस भेज दिया गया. माना जा रहा है कि अतुल राय नाटकीय ढंग से कोर्ट परिसर में बेहोश होकर गिर पड़े. वहीं उनके वकील के मुताबिक अतुल राय के मुंह से झाग निकल रहा था और उनका शरीर कांप रहा था. इसके बावजूद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया. इसके बाद उन्हें सिर्फ एक डॉक्टर की निगरानी में नैनी जेल भेज दिया गया.

मामले में अतुल राय के वकील अनुज यादव ने बताया कि न्यायालय की तरफ से उन्हे बीते बुधवार को सूचना दी गई थी कि सांसद अतुल राय को किसी नए मुकदमे में कस्टडी बनाने के लिए प्रार्थना पत्र पड़ा है. उस प्रार्थना पत्र की जानकारी होने पर संबंधित न्यायालय एमपी/एमएलए कोर्ट में उन्होंने प्रार्थना पत्र दिया कि उनके कान का ऑपरेशन हुआ है. उनकी यात्रा करने की हालत नहीं है इसलिए रिमाइंड के संदर्भ में जो भी सुनवाई करनी हो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर ली जाए. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पहले भी पेशी कराने का हवाला दिया था और रिमांड बनाए जाने की जानकारी दी थी. अधिवक्ता ने बताया कि न्यायालय ने उनके अनुरोध की अनदेखी की और व्यक्तिगत रूप से उन्हें तलब किया गया. इसके बाद एंबुलेंस से उतरते ही सांसद बेहोश हो गए.

अतुल राय कोर्ट के बाहर हुए बेहोश
अधिवक्ता अनुज यादव ने बताया कि बेहोशी की हालत में अतुल राय को कोर्ट में पेश किया गया. अमानवीय तरीके से अपराधी की तरह लादकर उन्हें पहुंचाया गया. न्यायालय से उन्होंने एक्शन लेने का अनुरोध किया और प्रार्थना पत्र दिया. प्रार्थना पत्र में एक घंटे से बेहोश होने का जिक्र करते हुए मुंह से झाग निकलने और शरीर में कंपन होने की बात कही गई. न्यायालय ने उन्हें एक डॉक्टर की निगरानी में नैनी जेल भेजने का आदेश दिया. उन्होंने यह मांग की थी कि जिस कंडीशन में वो हैं, उन्हें नजदीकी अस्पताल में भेजकर उनके इलाज की व्यवस्था कराई जाए लेकिन न्यायालय ने इसे नजरअंदाज किया.

यह भी पढ़ें- डिप्टी CM बृजेश पाठक ने कहा, यूपी में सपा और अन्य पार्टियों को जनता ने एक सिरे से नकारा

अनुज यादव का कहना है कि उन्हें अभी कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें किस मामले में रिमांड पर लेने के लिए बुलाया गया है. मामला डिस्क्लोज नहीं किया गया है. उन्हें अभी तक इसकी कोई जानकारी नहीं है कि सांसद अतुल राय को प्रशासन किस मामले में रिमांड लेना चाह रहा है. एंबुलेंस में उनकी स्थिति चिंताजनक है वह मरणासन्न स्थिति में है. न्यायालय के आदेश पर उन्हें नैनी जेल वापस भेज दिया गया है.

यह भी पढ़ें- सीएम योगी आज दो दिवसीय पूर्वांचल दौरे पर पहुंचेंगे वाराणसी, रात्रि विश्राम के बाद कल जाएंगे जौनपुर-गाजीपुर

वाराणसी: घोषी के बसपा सांसद अतुल राय एक मामले में पेशी के दौरान वाराणसी के एमपी/एमएलए कोर्ट के बाहर बेहोश होकर गिर पड़े. इस दौरान भारी सुरक्षा के बीच पुलिस अधिकारियों और वकीलों ने अतुल राय को उठाकर कोर्ट में पहुंचाया. इसके बाद उनके वकीलों की मांग पर एंबुलेंस में उनकी मेडिकल जांच कराई गई. एंबुलेंस में जांच के बाद डॉक्टरों की निगरानी में उन्हें नैनी जेल वापस भेज दिया गया. माना जा रहा है कि अतुल राय नाटकीय ढंग से कोर्ट परिसर में बेहोश होकर गिर पड़े. वहीं उनके वकील के मुताबिक अतुल राय के मुंह से झाग निकल रहा था और उनका शरीर कांप रहा था. इसके बावजूद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया. इसके बाद उन्हें सिर्फ एक डॉक्टर की निगरानी में नैनी जेल भेज दिया गया.

मामले में अतुल राय के वकील अनुज यादव ने बताया कि न्यायालय की तरफ से उन्हे बीते बुधवार को सूचना दी गई थी कि सांसद अतुल राय को किसी नए मुकदमे में कस्टडी बनाने के लिए प्रार्थना पत्र पड़ा है. उस प्रार्थना पत्र की जानकारी होने पर संबंधित न्यायालय एमपी/एमएलए कोर्ट में उन्होंने प्रार्थना पत्र दिया कि उनके कान का ऑपरेशन हुआ है. उनकी यात्रा करने की हालत नहीं है इसलिए रिमाइंड के संदर्भ में जो भी सुनवाई करनी हो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर ली जाए. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पहले भी पेशी कराने का हवाला दिया था और रिमांड बनाए जाने की जानकारी दी थी. अधिवक्ता ने बताया कि न्यायालय ने उनके अनुरोध की अनदेखी की और व्यक्तिगत रूप से उन्हें तलब किया गया. इसके बाद एंबुलेंस से उतरते ही सांसद बेहोश हो गए.

अतुल राय कोर्ट के बाहर हुए बेहोश
अधिवक्ता अनुज यादव ने बताया कि बेहोशी की हालत में अतुल राय को कोर्ट में पेश किया गया. अमानवीय तरीके से अपराधी की तरह लादकर उन्हें पहुंचाया गया. न्यायालय से उन्होंने एक्शन लेने का अनुरोध किया और प्रार्थना पत्र दिया. प्रार्थना पत्र में एक घंटे से बेहोश होने का जिक्र करते हुए मुंह से झाग निकलने और शरीर में कंपन होने की बात कही गई. न्यायालय ने उन्हें एक डॉक्टर की निगरानी में नैनी जेल भेजने का आदेश दिया. उन्होंने यह मांग की थी कि जिस कंडीशन में वो हैं, उन्हें नजदीकी अस्पताल में भेजकर उनके इलाज की व्यवस्था कराई जाए लेकिन न्यायालय ने इसे नजरअंदाज किया.

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अनुज यादव का कहना है कि उन्हें अभी कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें किस मामले में रिमांड पर लेने के लिए बुलाया गया है. मामला डिस्क्लोज नहीं किया गया है. उन्हें अभी तक इसकी कोई जानकारी नहीं है कि सांसद अतुल राय को प्रशासन किस मामले में रिमांड लेना चाह रहा है. एंबुलेंस में उनकी स्थिति चिंताजनक है वह मरणासन्न स्थिति में है. न्यायालय के आदेश पर उन्हें नैनी जेल वापस भेज दिया गया है.

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Last Updated : Sep 8, 2022, 8:13 PM IST
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