वाराणसी: आंगनबाड़ी केंद्रों पर आए दिन आने वाले शिकायतों को दूर करने के लिए विभाग ने नई पहल की है. इसके तहत अब सहजता से एक ही प्लेटफार्म पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का ब्यौरा और वहां पर संचालित की जाने वाली सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी मिल जाएगी. साथ ही एक एप्लीकेशन पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध मिलेगा. यही नहीं सिर्फ एक क्लिक पर आंगनवाड़ी केंद्र की पूरी जानकारी भी उपलब्ध कराई जा सकेगी. बड़ी बात यह है कि इस एप्लीकेशन के संचालन के लिए बड़े स्तर पर मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता बनी रहे.
दरअसल, अब बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यों की निगरानी अब ‘सहयोग एप’ के माध्यम से की जाएगी. इसके चलते वाराणसी के हर आंगनबाड़ी केंद्र की पूरी जानकारी एप पर दर्ज होगी. कहीं से भी एक क्लिक करने पर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की गतिविधियों का ब्योरा सामने आ जाएगा.
अब सहयोग एप रखेगा आगनवाड़ी केंद्रों पर नजर
जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए सहयोग एप का क्रियान्वयन शुरू किया जा रहा है. इस एप को बाल विकास परियोजना अधिकारियों और मुख्य सेविका की मदद के लिए विकसित किया गया है. यह एप बेहद सरल, उपयोग में आसान, मोबाइल आधारित यूजर फ्रेंडली है. इस एप के माध्यम से विभाग से प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता और कार्यप्रणाली में सुधार के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग किया जा सकेगा.
सेविकाओं को दी जा रही ट्रेनिंग
उन्होंने बताया कि, सभी बाल विकास परियोजना (child development project) अधिकारी और मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. डीपीओ ने बताया कि, जनपद के समस्त सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं सहित 70 लोगों को तीन बैच में ट्रेनिंग दी जा रही है. जिसका पहला बैच पूरा हो चुका है. माह के अंत तक दोनों बैचों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा.
एप ऐसे करेगा काम
इस एप से आंगनबाड़ी केंद्रों की समस्त जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध हो सकेगी. कहीं से भी एक क्लिक करने पर जनपद के समस्त केंद्रों में संपादित होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी. इससे व्यवस्थाओं को और चाक-चौबंद किया जा सकेगा. एप को सीडीपीओ एवं मुख्य सेविका गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड करेंगी. डाउनलोड करने के बाद अपना मोबाइल नंबर डालकर लॉग इन करेंगी. लॉग इन करने के बाद उनके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसके बाद सहयोग एप का उपयोग शुरू किया जा सकेगा. इस एप पर असाइन कार्यकर्ता, मासिक योजना, जॉब एड, मेरा परफार्मेंस फीडबैक मैकेनिजम, डाटाबेस की सूचना में सुधार, इनबिल्ट चेकलिस्ट जैसे आदि फीचर हैं.
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