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श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के सभी द्वार का होगा नामकरण, एक का नंदी द्वार होगा नाम

बाबा काशी विश्वनाथ धाम में पहुंचने वाले भक्तों की सुगमता के लिए चारो ओर द्वार का किया जाएगा निर्माण. राजस्थान से लकड़ी के बड़े-बड़े आए हैं दरवाजे. लाखों में है कीमत. सड़क मार्ग से बाबा का दर्शन करने के लिए मंदिर आने वाले भक्त ढूंढीराज द्वार से मंदिर में करेंगे प्रवेश.

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम
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Published : Dec 26, 2021, 3:16 PM IST

वाराणसीः उत्तर प्रदेश स्थित धर्मनगरी वाराणसी में बाबा काशी विश्वनाथ धाम में पहुंचने वाले भक्तों की सुगमता के लिए चारो ओर द्वार का निर्माण किया जाएगा. मंदिर परिसर के चारों द्वार का अलग-अलग नामकरण भी होगा. जिसमें से एक द्वार का नाम नंदी द्वार भी रखा जाएगा. मंदिर प्रशासन का यह मानना है कि नए साल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम को देखने के लिए आएंगे.

यह भी पढ़ें- कोई भी देश भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके इसलिए बनाएंगे ब्रह्मोस मिसाइलः राजनाथ सिंह


राजस्थान से लकड़ी के बड़े-बड़े दरवाजे आए हैं. जिससे सफाई का काम और पॉलिश का काम तेजी से किया जा रहा है. जल्द ही चारों मुख्य द्वार पर यह बड़े-बड़े दरवाजे लगा दिए जाएंगे. दरवाजे की कीमत लाखों रुपए में है. बाबा के दरबार में लगने वाले सभी दरवाजों के नाम भी प्रस्तावित किए गए हैं. इसमें से दो प्रमुख प्रवेश द्वार होंगे इन्हीं द्वार से होते हुए भक्तगण मंदिर में पहुंचेंगे. वहीं गलियारों से होते हुए जो भी भक्त सरस्वती फाटक से पहुंचेंगे उनके लिए भी प्रवेश आसान होगा.

वाराणसी के गंगा घाट
वाराणसी के गंगा घाट
वहीं दूसरी तरफ गंगा घाट से आने वाले श्रद्धालु गंगा द्वार से मंदिर प्रांगण में जाएंगे. सड़क मार्ग से जो भी बाबा के भक्त बाबा का दर्शन करने के लिए आएंगे वह ढूंढीराज द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे. त्रिपुराभैरवी से होते हुए भक्त सरस्वती द्वार से मंदिर में पहुंचेंगे. श्री काशी विश्वनाथ धाम के चौथे प्रवेश द्वार का नाम होगा नंदी द्वार जिसे वीवीआईपी लोगों के लिए आरक्षित किया जाएगा. विभिन्न पर्व पर जब भक्तों की संख्या ज्यादा होगी तो इसका प्रयोग भी किया जाएगा.

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वाराणसीः उत्तर प्रदेश स्थित धर्मनगरी वाराणसी में बाबा काशी विश्वनाथ धाम में पहुंचने वाले भक्तों की सुगमता के लिए चारो ओर द्वार का निर्माण किया जाएगा. मंदिर परिसर के चारों द्वार का अलग-अलग नामकरण भी होगा. जिसमें से एक द्वार का नाम नंदी द्वार भी रखा जाएगा. मंदिर प्रशासन का यह मानना है कि नए साल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम को देखने के लिए आएंगे.

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राजस्थान से लकड़ी के बड़े-बड़े दरवाजे आए हैं. जिससे सफाई का काम और पॉलिश का काम तेजी से किया जा रहा है. जल्द ही चारों मुख्य द्वार पर यह बड़े-बड़े दरवाजे लगा दिए जाएंगे. दरवाजे की कीमत लाखों रुपए में है. बाबा के दरबार में लगने वाले सभी दरवाजों के नाम भी प्रस्तावित किए गए हैं. इसमें से दो प्रमुख प्रवेश द्वार होंगे इन्हीं द्वार से होते हुए भक्तगण मंदिर में पहुंचेंगे. वहीं गलियारों से होते हुए जो भी भक्त सरस्वती फाटक से पहुंचेंगे उनके लिए भी प्रवेश आसान होगा.

वाराणसी के गंगा घाट
वाराणसी के गंगा घाट
वहीं दूसरी तरफ गंगा घाट से आने वाले श्रद्धालु गंगा द्वार से मंदिर प्रांगण में जाएंगे. सड़क मार्ग से जो भी बाबा के भक्त बाबा का दर्शन करने के लिए आएंगे वह ढूंढीराज द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे. त्रिपुराभैरवी से होते हुए भक्त सरस्वती द्वार से मंदिर में पहुंचेंगे. श्री काशी विश्वनाथ धाम के चौथे प्रवेश द्वार का नाम होगा नंदी द्वार जिसे वीवीआईपी लोगों के लिए आरक्षित किया जाएगा. विभिन्न पर्व पर जब भक्तों की संख्या ज्यादा होगी तो इसका प्रयोग भी किया जाएगा.

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