वाराणसी: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीटों को बंटवारे पर बातचीत करते हुए भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी से लड़ने के लिए हमें इसकी तैयारी कर लेनी चाहिए. बीजेपी के पास एक बहुत बड़ा तंत्र है. उससे लड़ने के लिए हमें मैदान में जल्दी उतारने के लिए सीटों का बंटवारा कर लेना चाहिए. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि एनडीए का मुकाबला अब पीडीए करेगा. पीडीए में पिछड़ा, महिला एवं अगड़ी जाति के पीड़ित वर्ग शामिल होंगे, जो एनडीए का मुकाबला करेंगे. इंडिया गठबंधन में मायावती को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी ने अपना पक्ष रख दिया है.
वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आनंद मोहन गुड्डू के पिता के निधन पर शोक संतप्त देने अखिलेश यादव सिगरा स्थित उनके निवास में पहुंचे. राम मंदिर में प्राण - प्रतिष्ठा पर निमंत्रण के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज देश को बांटने की साजिश कर रही है. भगवान राम लला का प्राण प्रतिष्ठा होना एक ऐतिहासिक पल है. लेकिन, इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
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वही, शंकराचार्य द्वारा विरोध करने पर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के पूज्यनीय लोग इसका विरोध कर रहे है, तो भारतीय जनता पार्टी को सोचना चाहिए. लखनऊ में डिंपल यादव को भावी मुख्यमंत्री और खुद को प्रधानमंत्री वाले पोस्टर को लेकर उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनचले हो गए हैं, जो अपनी मर्जी से चलते है. आजकल पोस्टर सस्ते छप रहे हैं. अगर ऐसी किसी की भावना है, तो काम बहुत करना पड़ेगा.
स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान को लेकर अखिलेश यादव ने बचाव करते हुए कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता समाजवादी कार्यकर्ताओं को उलझाए नहीं. उन्होंने कहा कि अगर स्टेटमेंट की बात करते है, तो बीजेपी के सहयोगी पार्टी के साथियों को लोगों ने सीता माता को टेस्ट ट्यूब बेबी कहा है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी के नेताओं द्वारा जो भगवान के लिए भाषा का प्रयोग किया गया है, हम आप लोग क्या इसे स्वीकार कर सकते हैं?
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