वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के क्रम में यूपी के अलग-अलग मंदिरों में अखंड रामायण के पाठ का क्रम लगातार जारी रहा. रामनवमी के मौके पर अखंड रामायण पाठ की पूर्णाहुति हुई. इस कड़ी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सहित शहर के विभिन्न मंदिरों में अखंड रामायण का पाठ आयोजित किया गया. पहली बार श्री काशी विश्वनाथ धाम में आयोजित हुए अखंड रामायण के पाठ में अंतिम दिन 1000 से ज्यादा श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण हुआ.
रामनवमी के उपलक्ष्य में श्री काशी विश्वनाथ धाम में अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया था. श्री काशी विश्वनाथ धाम की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक गुरुवार को मध्यान में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव के साथ अखंड रामायण का पाठ संपन्न हुआ.
बुधवार को विधि विधान से धाम परिसर में आयोजित इस अखंड रामायण पाठ में व्यासपीठ पर विराजमान पंडित प्रेम प्रकाश दुबे और उनकी टीम ने इस आयोजन को संगीत में पाठ करके संपन्न कराया. गुरुवार को इस अखंड पाठ के समापन के पश्चात मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म उत्सव मनाया गया. हवन पूजन के साथ समापन हुए. इस आयोजन के दौरान लगाए जा रहे जय श्रीराम के नारे से पूरा परिसर गूंज उठा.
इस आयोजन के समापन होने के पश्चात श्रद्धालुओं और भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन हुआ था जिसमें 1000 से अधिक दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं ने सात्विक प्रसाद ग्रहण किया. इस कार्यक्रम में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, मंदिर के ट्रस्टी पंडित चंद्रमौली उपाध्याय, वेंकट रमन घन पाठी, मौजूद थे.
राम नवमी के अवसर पर मंदिर परिसर में वेद पाठ का आयोजन किया गया. मंदिर के ट्रस्टी वेंकट रमन घन पाठी के आचार्यत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में 11 वैदिक ब्राह्मणों ने शुक्ल यजुर्वेद सहित कई अन्य वेद की ऋचाओं का सस्वर पाठ करके इस कार्यक्रम को पूर्ण कराया. इस कार्यक्रम के समापन के पश्चात मंदिर परिसर में भव्य डमरू वादन हुआ. वेद पाठी ब्राह्मणों का स्वागत मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने अंग वस्त्र रुद्राक्ष की माला और प्रसाद भेंट करके किया. इस कार्यक्रम के दौरान मंदिर में हर हर महादेव का उद्घोष जारी रहा.