वाराणसी : नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, स्वच्छता की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर आया है. लेकिन यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. ईटीवी भारत ने जब शहर व उससे सटे गांवों की जमीनी हकीकत जानी तो तस्वीरें कुछ और ही नजर आईं. जगह-जगह सड़कों पर लगे कूड़े के अंबार, स्वच्छता अभियान को मुंह चियार रहे थे.
पीएम ने काशी से की थी स्वच्छता अभियान की शुरुआत
प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की जोर-शोर से शुरुआत की थी. स्वच्छता अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अस्सी घाट से की थी.
क्या कहा लोगों ने ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वच्छता अभियान की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत ने लोगों से बात की. इस दौरान करौंदी क्षेत्र के रहने वाले कुलदीप कश्यप ने बताया कि स्वच्छता की रैंकिंग में बनारस भले ही प्रथम स्थान पर है लेकिन धरातल में स्वच्छता नहीं है. स्वच्छता सिर्फ कागज पर दिखाई गई है. स्वच्छता के नाम पर यहां सिर्फ हफ्ते में एक दो दिन कूड़े का उठान होता है और झाड़ू तो उन लोगों को खुद लगाना पड़ता है. जब कोई बड़ा नेता या मंत्री आने वाला होता है तब स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. उसी समय सड़क पर लगे कूड़ों के अंबार को हटाया जाता है.
छितुपुर बीएचयू मार्ग पर रहने वाले जितेंद्र कुमार ने कहा कि वो लोग इसी छितुपुर मार्ग से हमेशा आते-जाते हैं, लेकिन यहां पड़े कूड़े के अंबार का कोई सुध लेने वाला नहीं है. शिकायत की भी जाए तो किससे, कोई सुनने वाला नहीं है.
इन इलाकों में बजबजा रहा कूड़ा
पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में छितुपुर- सिरगोवर्धन मार्ग, करौंदी मार्ग, विनायका, किरहिया, सुंदरपुर सहित आदि इलाकों में कूड़े का अंबार और सीवर बजबजा रहा है.