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वाराणसी : अस्पताल की लापरवाही से महिला की मौत का आरोप, परिजनों ने घेरा अस्पताल

वाराणसी में पिछले महीने तीन सितम्बर को प्रसव पीड़ा होने पर 25 वर्षीया अमृता पटेल को परिजनों ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही के चलते प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई.

negligence in private hospital
अस्पताल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते परिजन
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Published : Oct 7, 2020, 2:38 AM IST

वाराणसी: जिले के सारनाथ थाना अंतर्गत मवईयां स्थित एक निजी अस्पताल में पिछले महीने 3 सितम्बर को प्रसव पीड़ा होने पर 25 वर्षीया अमृता पटेल पत्नी राजू पटेल को परिजनों ने भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही से प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई.

अस्पताल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते परिजन

राजू पटेल निवासी बरबसपुर थाना चौबेपुर ने अपनी पत्नी अमृता पटेल को बीते 3 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया था. हॉस्पिटल के डॉक्टर एस.के जायसवाल ने 4 तारीख को पीड़िता ऑपरेशन किया और कुछ ही घंटों बाद महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. उस दिन किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया गया था.

मंगलवार को 60 से 70 लोगों ने हॉस्पिटल का घेराव किया. पति राजू पटेल ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि डॉक्टर एस.के जायसवाल की लापरवाही की वजह से उसकी पत्नी की मृत्यु हुई है. डॉक्टर ने बिना महिला चिकित्सक के ही उसकी पत्नी का ऑपरेशन कर दिया था, जबकि नियमानुसार बिना महिला चिकित्सक के पुरुष चिकित्सक महिला मरीज का इलाज नहीं कर सकते हैं.

राजू पटेल ने बताया कि बीते एक महीने से हम न्याय के लिए सारनाथ थाने का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन आज तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है, जिसके वजह से हम सभी ने अस्पताल का घेराव किया है. हमारी मांग हैं कि हमें उचित मुआवजा दिया जाए और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो. थाना प्रभारी सारनाथ इंद्रभूषण यादव के आश्वासन पर अस्पताल को भीड़ से मुक्त कराया गया.

अस्पताल के प्रबंधक राजेश जायसवाल ने कहा कि बीते 3 तारीख को महिला मरीज की मृत्यु अधिक रक्त स्राव की वजह से हो गयी थी. हमने पोस्टमार्टम के लिए परिजनों से कहा था लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं कराया.

वाराणसी: जिले के सारनाथ थाना अंतर्गत मवईयां स्थित एक निजी अस्पताल में पिछले महीने 3 सितम्बर को प्रसव पीड़ा होने पर 25 वर्षीया अमृता पटेल पत्नी राजू पटेल को परिजनों ने भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही से प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई.

अस्पताल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते परिजन

राजू पटेल निवासी बरबसपुर थाना चौबेपुर ने अपनी पत्नी अमृता पटेल को बीते 3 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया था. हॉस्पिटल के डॉक्टर एस.के जायसवाल ने 4 तारीख को पीड़िता ऑपरेशन किया और कुछ ही घंटों बाद महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. उस दिन किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया गया था.

मंगलवार को 60 से 70 लोगों ने हॉस्पिटल का घेराव किया. पति राजू पटेल ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि डॉक्टर एस.के जायसवाल की लापरवाही की वजह से उसकी पत्नी की मृत्यु हुई है. डॉक्टर ने बिना महिला चिकित्सक के ही उसकी पत्नी का ऑपरेशन कर दिया था, जबकि नियमानुसार बिना महिला चिकित्सक के पुरुष चिकित्सक महिला मरीज का इलाज नहीं कर सकते हैं.

राजू पटेल ने बताया कि बीते एक महीने से हम न्याय के लिए सारनाथ थाने का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन आज तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है, जिसके वजह से हम सभी ने अस्पताल का घेराव किया है. हमारी मांग हैं कि हमें उचित मुआवजा दिया जाए और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो. थाना प्रभारी सारनाथ इंद्रभूषण यादव के आश्वासन पर अस्पताल को भीड़ से मुक्त कराया गया.

अस्पताल के प्रबंधक राजेश जायसवाल ने कहा कि बीते 3 तारीख को महिला मरीज की मृत्यु अधिक रक्त स्राव की वजह से हो गयी थी. हमने पोस्टमार्टम के लिए परिजनों से कहा था लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं कराया.

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