वाराणसी : बनारस रेल इंजन कारखाना में रेल सप्ताह पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बरेका महाप्रबंधक अंजली गोयल द्वारा वर्ष 2019-20 के दौरान उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने वाले 67 अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कृत किया. इस अवसर पर रंगारंग प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया. इस दौरान महाप्रबंधक अंजली गोयल ने कहा कि बरेका ने देश की मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है.
दरअसल बनारस रेलवे कारखाना स्थित रंगशाला में 65वां रेल सप्ताह पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ. इसमें महाप्रबंधक अंजली गोयल ने विद्युत, यांत्रिक एवं भंडार विभाग की आठ अनुभागों और कार्यशालाओं, जिनमें बरेका के सर्वश्रेष्ठ हाउस कीपिंग शॉप अवार्ड न्यू ब्लॉक शॉप को, सर्वश्रेष्ठ कार्य प्रणाली अवार्ड ट्रक मशीन शॉप को, सर्वश्रेष्ठ संरक्षा परफार्मेंस अवार्ड लोको असेम्बली शॉप को, सर्वश्रेष्ठ सर्विस शॉप अवार्ड केन्द्रीय परिवहन शॉप को सामूहिक पुरस्कार प्रदान किया. इसी प्रकार भंडार विभाग के टीओटी-40 वार्ड को सर्वोत्तम स्टाकिंग वार्ड अवार्ड, जी-54 वार्ड को द्वितीय सर्वोत्तम स्टाकिंग वार्ड अवार्ड, क्रय अनुभाग-04 को सर्वोत्तम क्रय अनुभाग अवार्ड तथा क्रय अनुभाग-09 को द्वितीय सर्वोत्तम क्रय अनुभाग अवार्ड के रूप में सामूहिक पुरस्कार प्राप्त हुआ.
भारतीय रेल में सप्ताह समारोह प्रतिवर्ष अप्रैल माह में मनाया जाता है. लेकिन वर्ष 2020 में कोविड-19 के कारण रेल सप्ताह समारोह समय पर नहीं मनाया जा सका. इस कारण पिछले वर्ष का रेल सप्ताह समारोह बरेका में मंगलवार को आयोजित किया गया. यहां सर्वप्रथम बरेका के उप मुख्य विद्युत इंजीनियर लोको अरुण कुमार शर्मा को महाप्रबंधक अजंलि गोयल ने सम्मानित किया. जिन्हे विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 रेल मंत्रालय ने दिया गया.
इस दौरान महाप्रबंधक अंजली गोयल ने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व कोविड-19 के दुष्प्रभाव से त्रस्त है. इस विषम परिस्थिति में लॉकडाउन के बावजूद, बरेका के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी कार्यक्षमता से न केवल उत्पादन को बनाए रखा, बल्कि गत वर्ष के मुक़ाबले अधिक लोकोमोटिव का उत्पादन किया. उन्होंने रहा कि बरेका, भारतीय अर्थव्यवस्था के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का एक अहम हिस्सा है. ऐसे समय में जब कोविड ने अनेक आर्थिक क्षेत्रों को बुरी तरह प्रभावित किया, बरेका ने देश की मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है. महाप्रबंधक अंजली गोयल ने कहा कि मात्र तीन वर्ष में ही, बरेका ने अपने आप को भारतीय रेल की एक ऐसी उत्पादन इकाई में बदल लिया है, जिसे डीजल और विद्युत, दोनों प्रकार के रेल इंजनों के निर्माण की दक्षता, समान रूप से हासिल है. उन्होंने कहा कि बरेका आत्मनिर्भर भारत का एक छोटा किंतु मजबूत स्तम्भ है. बरेका का उत्पादन 98 प्रतिशत स्वदेशी है. देश के मैन्यूफैक्चरिंग जीडीपी में बरेका का योगदान सालाना लगभग 4000 करोड़ रुपए है. एमएसएमई सेक्टर से 1400 करोड़ की सामग्री की खरीद कर हम छोटे उद्योगों को भी मजबूत कर रहे हैं.