वाराणसी: पिछले दिनों जनपद में नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध हुआ था. इस विरोध प्रदर्शन की आड़ में हिंसा भी हुई. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हुए 70 से अधिक लोगों हिरासत में भी लिया था. गिरफ्तार किए गए लोगों में से 53 लोगों की जमानत 14 दिन बाद हुई है.
बच्ची को लेकर था डर
इन गिरफ्तारियों में एकता शेखर को उनके पति रवि शेखर के साथ हिरासत में लिया गया था. गुरुवार को उनकी भी रिहाई हुई है. जेल से रिहा होते ही एकता शेखर अपनी डेढ़ साल की बच्ची से मिली. रिहा होने के बाद एकता शेखर ने कहा कि मैं अपनी बच्ची को लेकर बहुत डरी हुई थी, क्योंकि वह मेरे दूध पर ही निर्भर है. उन्होंने कहा कि बच्ची से दूर रहना मेरे लिए बेहद मुश्किल भरा रहा.
मां के तौर पर एक-एक पल पहाड़ सा कट रहा था
एकता ने बताया कि एक्टिविस्ट होकर जेल में रहना मेरे लिए गर्व की बात थी, लेकिन एक मां होकर एक एक पल पहाड़ की तरह कट रहा था. मेरी बच्ची मेरा दूध पीती है,14 दिन एक मां के लिए वनवास की तरह था. आज चंपक बेहद खुश है ,खेल रही है, मानो सभी खुशियां मिल गयी. रवि के कागजात पूर्ण होते ही शाम को वो भी रिहा हो जाएंगे.
शाल ओढ़ाकर किया गया स्वागत
एकता शेखर जब जेल से निकली तो विभिन्न दलों के नेता भी जेल के पास मौजूद थे, जिन्होंने उनका स्वागत फूलों से और शाल ओढ़ाकर किया वहीं एकता का मानना है कि जिस तरीके से एनआरसी और सीएए देश में लागू किया जा रहा है किसी ना किसी को तो आगे आकर इन कानूनों का विरोध करना ही होगा.