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डिजिटल इंडिया का दिखेगा असर, वाराणसी में खुलेंगे 200 जनसेवा केंद्र

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए प्रत्येक 2000 की आबादी पर जनसेवा केंद्र खुलने जा रहे हैं. इसके तहत वाराणसी में कुल 200 जनसेवा केंद्रों को अनुमति मिली है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई.

सांकेतिक चित्र
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Published : Oct 29, 2020, 1:41 PM IST

वाराणसी: काशी नगरी में शासन की ओर से 200 सहज जनसेवा केंद्र खोलने की अनुमति मिली है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. वाराणसी में यह जनसेवा केंद्र खुलने से डिजिटल इंडिया से जुड़कर लोगों को आर्थिक लाभ का मौका मिलेगा.

वर्तमान में वाराणसी जिले में 750 जनसेवा केंद्र संचालित हो रहे हैं. हालांकि इन जनसेवा केंद्र से लगातार प्रशासन को शिकायतें मिलती रहती हैं कि कुछ जनसेवा केंद्रों ने संचालन की अनुमति ली, लेकिन बाद में किसी अन्य चीज की दुकान खोल दी, जिसकी जांच भी चल रही है. वहीं संबंधित अधिकारियों के अनुसार, जांच में इस बात की पुष्टि होने पर केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी.

शासन का यह है निर्देश
शासन के निर्देश के अनुसार, प्रत्येक 2000 की आबादी पर दो सहज जनसेवा केंद्र खोले जाने हैं. सहज जनसेवा केंद्र खोलने के पीछे शासन की मंशा यह है कि अधिक से अधिक लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी हो सके. साथ ही योजनाओं के लाभ के लिए उन्हें दफ्तरों का चक्कर न काटना पड़े. उनको उनके घर के पास ही सहज जनसेवा केंद्र से पूरी जानकारी मिल जाए.


जनसेवा केंद्र के फायदे
शहरों में जनसेवा केंद्र की स्थापना से बहुतायत फायदे भी हो रहे हैं. गांव ही नहीं शहरी क्षेत्र में आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बनाने के लिए अब लोगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ रहे हैं. यही नहीं इन जनसेवा केंद्रों के माध्यम से बिजली बिल, इनकम टैक्स आदि भरने में भी लोगों को सहायता मिल रही है. इस सेंटर पर बैंकिंग सर्विसेज के अंतर्गत बैंक में एफडी भी करा सकते हैं. बैंकों में इसके माध्यम से पैसा भी जमा किया जा सकता है. यही नहीं इन सेंटरों के माध्यम से इंश्योरेंस कंपनी से मोटरसाइकिल, हेल्थ आदि का इंश्योरेंस भी कराया जा सकता है.

वाराणसी: काशी नगरी में शासन की ओर से 200 सहज जनसेवा केंद्र खोलने की अनुमति मिली है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. वाराणसी में यह जनसेवा केंद्र खुलने से डिजिटल इंडिया से जुड़कर लोगों को आर्थिक लाभ का मौका मिलेगा.

वर्तमान में वाराणसी जिले में 750 जनसेवा केंद्र संचालित हो रहे हैं. हालांकि इन जनसेवा केंद्र से लगातार प्रशासन को शिकायतें मिलती रहती हैं कि कुछ जनसेवा केंद्रों ने संचालन की अनुमति ली, लेकिन बाद में किसी अन्य चीज की दुकान खोल दी, जिसकी जांच भी चल रही है. वहीं संबंधित अधिकारियों के अनुसार, जांच में इस बात की पुष्टि होने पर केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी.

शासन का यह है निर्देश
शासन के निर्देश के अनुसार, प्रत्येक 2000 की आबादी पर दो सहज जनसेवा केंद्र खोले जाने हैं. सहज जनसेवा केंद्र खोलने के पीछे शासन की मंशा यह है कि अधिक से अधिक लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी हो सके. साथ ही योजनाओं के लाभ के लिए उन्हें दफ्तरों का चक्कर न काटना पड़े. उनको उनके घर के पास ही सहज जनसेवा केंद्र से पूरी जानकारी मिल जाए.


जनसेवा केंद्र के फायदे
शहरों में जनसेवा केंद्र की स्थापना से बहुतायत फायदे भी हो रहे हैं. गांव ही नहीं शहरी क्षेत्र में आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बनाने के लिए अब लोगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ रहे हैं. यही नहीं इन जनसेवा केंद्रों के माध्यम से बिजली बिल, इनकम टैक्स आदि भरने में भी लोगों को सहायता मिल रही है. इस सेंटर पर बैंकिंग सर्विसेज के अंतर्गत बैंक में एफडी भी करा सकते हैं. बैंकों में इसके माध्यम से पैसा भी जमा किया जा सकता है. यही नहीं इन सेंटरों के माध्यम से इंश्योरेंस कंपनी से मोटरसाइकिल, हेल्थ आदि का इंश्योरेंस भी कराया जा सकता है.

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