उन्नाव : गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम रवीन्द्र कुमार ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि आशा बहुओं का पारिश्रमिक भुगतान शत प्रतिशत किया जाए. जिन तीन ब्लाकों में आशा बहुओं का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है. कल तक प्रत्येक दशा में भुगतान की कार्रवाई करके अवगत कराया जाये.
बैठक में डीएम ने कहा कि कोविड-19 में आशा ही प्रत्येक गांवों में घर-घर जाकर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कर रही है. फिर भी इनको समय से भुगतान न किया जाना सम्बन्धित अधिकारियों की लापरवाही है. डीएम ने भुगतान न होने पर सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के संकेत दिए.
इस दौरान डीएम ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओें की बारीकी से समीक्षा की. इस दौरान डीएम ने पाया कि जो भी योजनाएं चल रही हैं, लक्ष्य के अनुरूप नहीं है. इस पर डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जिला स्वास्थ्य समिति से सम्बन्धित जितनी योजनाएं संचालित हो रही है, उनकी प्रगति की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह दी जाए.
लापरवाही पर वेतन रोकने के निर्देश
डीएम ने जेएसवाई बेनीफिसरीज के भुगतान के सम्बन्ध में लापरवाही पर डॉ. अंजू दुबे जिला प्रभारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका और सफीपुर के चिकित्सा अधीक्षक का वेतन रोकने के निर्देश दिए. मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि यदि एक सप्ताह में प्रगति नहीं लाई जाती है, तो निलम्बन जैसी कठोर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने को कहा गया है. उन्होेंने जनपद के सभी पीएचसी एवं सीएचसी में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों व डाक्टरों की सूची एवं ओपीडी की संख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. डीएम ने कहा कि जिन पीएचसी और सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों व डॉक्टरों की संख्या अधिक है, उन्हें दूसरी जगह स्थानान्तरित किया जाए.
एक हफ्ते में दें प्रगति रिपोर्ट
इसके अलावा डीएम ने आशा का भुगतान, गर्भवती महिलाओं की पूरी सूची पोर्टल पर फीड करने, डिलवेरी, पारिवार कल्याण, प्रधानमंत्री मातृ बन्धन योजना, आयुष मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य, काया कल्प अर्वाड योजना, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि पर एक सप्ताह में योजनाओें की प्रगति से संबंधित कार्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके रावत, डॉ. आरके गौतम, डॉ. तन्यमय कक्कड़ सहित स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं चिकित्साधिकारी उपस्थित थे.