उन्नावः सुमेरपुर विकासखंड में स्थित जंगल बुजुर्ग गांव की रहने वाली 7वीं क्लास की छात्रा आस्था सिंह कलेक्ट्रेट के बाहर ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठी है. छात्रा आस्था सिंह ने ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. छात्रा का आरोप है कि उसके गांव के ग्राम प्रधान लगातार भ्रष्टाचार कर रहे हैं. इसकी शिकायत डीएम से भी की. छात्रा के अनुसार डीएम ने जांच के आदेश भी दिए थे. इसके बावजूद ग्राम प्रधान पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
प्रधान के खिलाफ धरने पर बैठी छात्रा
छात्रा का आरोप है ग्राम प्रधान लगातार भ्र्ष्टाचार कर रहा है. इसकी शिकायत के बाद भी आरोपी ग्राम प्रधान पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस कारण वह धरने पर बैठने को मजबूर है.
'आरोपी ग्राम प्रधान के खिलाफ हो कार्रवाई'
छात्रा के धरने की सूचना पर मुख्य विकास अधिकारी और डीपीआरओ धरना स्थल पर पहुंचे. मुख्य विकास अधिकारी ने छात्रा को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन छात्रा का कहना है आरोपी ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई होने तक उसका धरना जारी रहेगा. प्रदर्शनकारियों ने सवाल करते हुए कहा कि जब अधिकारियों की जांच में ग्राम प्रधान पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप सही पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
'कार्रवाई नहीं तो करेंगे आमरण अनशन'
छात्रा आस्था सिंह ने बताया कि फरवरी महीने में उसने जिला अधिकारी को प्रधान के खिलाफ शिकायत पत्र सौंपा था. जिस पत्र पर संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी ने 13 फरवरी को गांव में चौपाल लगाकर समस्याओं को सुना. यही नहीं डीएम के निर्देश पर ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार की भी जांच करवाई गई. छात्रा के मुताबिक जांच में ग्राम प्रधान पर लगाए आरोप सही पाए गए, लेकिन आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब छात्रा का कहना है यदि उसकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वह आमरण अनशन भी करने को मजबूर होगी.
'जांच में आरोप सही मिले, तो होगी कार्रवाई'
मुख्य विकास अधिकारी राजेश प्रजापति ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ ग्रामीण यहां पर धरने पर बैठे हैं. जिसको लेकर उन्होंने ग्रामीणों से बात की है और उन्हें आश्वासन दिलाया है कि वह अपनी टीम के साथ गांव जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर ग्राम प्रधान पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप सही पाया गया, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.