उन्नावः जिले के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर कच्ची दीवार और छत गिरने से दो परिवारों के सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को यहां के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चिकित्सकों ने घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. सूचना मिलते ही तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी तथा प्रभारी निरीक्षक घायलों का हालचाल लेने सीएचसी पहुंचे.
जानकारी के मुताबिक नगर के मोहल्ला दरगाह शरीफ निवासी एखलाक खान (60) वर्षों से कच्चे जर्जर मकान में परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं. गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे घर के सभी सदस्य नाश्ता करने की तैयारी में थे तभी अचानक बरामदे की कच्ची छत भरभरा कर गिर गई.
दीवार गिरते ही एखलाक खान, पत्नी सालिया, पुत्र साहिबे आलम (11), असलम (25), टिंकू (21) व सास ख़लीकुन (75) समेत सात लोग मलबे के नीचे दब गए. सभी घायल पंखे के तार के करंट की चपेट में आ गए. वहीं, सूचना पर पहुंचे लोगों ने घायलों को मलबे से निकाल सीएचसी पहुंचाया.
यहां के चिकित्सकों ने घायलों की हालत नाजुक बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया. सूचना पर तहसीलदार दिलीप कुमार, क्षेत्राधिकारी पंकज सिंह व कोतवाल ज्ञानेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया.
वहीं, बेहटा मुजावर थाना अंतर्गत ग्राम अशरफाबाद में राकेश की पत्नी मुन्नी देवी (45) तथा उसकी 7 वर्षीय बेटी पारो कच्ची दीवार के किनारे बैठे थे. अचानक दीवार भरभरा कर गिर गई. मलबे के नीचे मुन्नी और उसकी बेटी पारो दब गईं. ग्रामीणों की सहायता से दोनों को मलबे से बाहर निकालकर यहां की सीएससी में भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने मुन्नी देवी की हालत नाजुक बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
पीएम आवास के लिए लगा रहा चक्कर
बताया गया कि घायल एखलाक का 6 वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में पैर टूट गया. घर कच्चा और जर्जर दशा में है. वर्ष 2017 से वह प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ पाने के लिए नगर पालिका कार्यालय के चक्कर लगा रहा है लेकिन उसे आज तक योजना का लाभ नहीं मिल सका. आरोप है कि सुविधा शुल्क देने में असमर्थ होने के चलते उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका. तहसीलदार दिलीप कुमार ने नगरपालिका के वरिष्ठ लिपिक रवींद्र कुमार को तलब कर प्रधानमंत्री आवास ना मिलने का कारण पूछा है. वरिष्ठ लिपिक ने बताया कि मामला प्रक्रिया में है. जल्द ही आवास की पहली किस्त लाभार्थी के खाते में भेज दी जाएगी.