उन्नाव: मासूमों की बलि कम होने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने उन्नाव-हरदोई मार्ग पर जाम लगाकर हंगामा कर दिया. परिजनों का आरोप है कि उसके बच्चे की बलि चढ़ाने वालों को पुलिस की ओर से संरक्षण दिया जा रहा है. वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम ने ग्रामीणों को शांत कराया और जाम हटाया गया.
घर में गड़े खजाने की चाह में माखी थाना क्षेत्र के परमनी गांव के रहने वाले विश्राम ने पत्नी मीना और बच्चों के साथ पड़ोसी कन्हैयालाल के 8 वर्षीय बेटे आदर्श को तीन अप्रैल की शाम अगवा कर लिया था. इसके बाद गुरुवार को अमावस की रात 12 बजे उसकी बलि दे दी. वहीं शुक्रवार को तालाब में उसका शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई.
मृत बच्चे के पिता ने विश्राम, उसकी पत्नी मीना, बेटी, सुरेंद्र, खुशवीर और एक अन्य पड़ोसी छेदी और उसके बेटे नरेंद्र समेत 10 को नामित कर तहरीर दी है. वहीं पुलिस ने विश्राम समेत पांच को जेल भेज दिया है, जबकि पांच अन्य को गुनाह में शामिल न होने की लेकर क्लीन चिट दे दी है.
इसके बाद पुलिस पर आरोपियों के बचाव का आरोप लगाते हुए मंगलवार की सुबह परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से उन्नाव-हरदोई मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना मिलते ही सफीपुर के साथ सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया. सफीपुर सीओ गौरव त्रिपाठी ने भी मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.
मौके पर पहुंचे एसडीएम सफीपुर ननकू से लोगों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. एसडीएम ने शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया. इसके बाद परिजन सड़क से हटे. इस दौरान करीब 2 घंटे तक सड़क पर आवागमन ठप रहा.