उन्नाव: रमजान के आखिरी अशरे यानी की आखिरी 10 दिनों में अल्लाह की नजदीकी हासिल करने के लिए इतिकाफ किया जाता है. इतिकाफ अरबी का शब्द है इसका मतलब अल्लाह को राजी करने के लिए दुनियावी चीजों के बगैर मस्जिद में बैठना या धरना देना है. इतिकाफ को इस्लाम में फर्ज का दर्जा हासिल नहीं है, लेकिन यह सुन्नत है और इसका सवाब बहुत ज्यादा है.
रोजेदारों ने किया इतिकाफ
- मुस्लिम धर्म के रमजान महीने में आखिरी दस दिनों में अल्लाह की रजा हासिल करने के लिए इतिकाफ किया जाता है.
- इतिकाफ मतलब अल्लाह से अपनी रजा मनाने के लिए धरना-प्रदर्शन करना, धरने पर बैठना होता है.
- जिले की शाही मस्जिद में भारी संख्या में युवाओं ने अपने देश में अमन-शांति को लेकर इतिकाफ किया.
- भारी संख्या में रोजेदार अपने अल्लाह से देश में अमन और शांति की मांग के लिए धरने पर बैठे हैं.