ETV Bharat / state

उन्नाव: जर्जर हालत में सड़कों पर फर्राटा भर रही रोडवेज बसें, चेत नहीं रहे जिम्मेदार - खस्ताहाल रोडवेज बसें

योगी सरकार द्वारा रोडवेज बसों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश देने के बाद भी उन्नाव जिले में रोडवेज बसों की हालत जस की तस है. ईटीवी भारत ने रोडवेज बसों के हालात जानने के लिए जब ग्राउंड पर जाकर सच जानने का प्रयास किया तो कई कमियां नजर आईं.

नहीं सुधर रहे बसों के हालात.
author img

By

Published : Jul 24, 2019, 9:24 PM IST

उन्नाव: जिले के अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद बस स्टॉप पर से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, लेकिन यहां बसों की हालत खस्ताहाल है. बसों में सफर करना मतलब जान जोखिम में डालना है. ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जब जांच-पड़ताल की तो बसों के हालत चौंकाने वाली थी. कई बसों का गेयर बॉक्स टूटा हुआ था. कई के ब्रेक पैडल इस कदर घिस चुके थे कि उसमें ब्रेक काम ही नहीं कर रहे थे. ड्राइवर भी बसों की हालत से काफी परेशान हैं.

नहीं सुधर रहे बसों के हालात.

रोडवेज बसों पर नहीं सुरक्षित यात्री -

  • उन्नाव जिले से रोजाना हजारों का संख्या में यात्री बस स्टाॅप से यात्रा करते हैं.
  • बसों की हालत जानने के लिए ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जांच-पड़ताल की.
  • जांच-पड़ताल में बसों में काफी कमियां पाई गईं.
  • कई बसों का गेयर बॉक्स टूटा हुआ था और कई के ब्रेक पैडल घिस गए थे.
  • यही नहीं कई बसों में तो हार्न तक नहीं लगे थे.
  • यात्री अपनी जान को जोखिम में डालकर इन बसों पर यात्रा करते हैं.
  • आगरा-यमुना एक्सप्रेस-वे पर बस दुर्घटना के बाद भी परिवहन विभाग सबक नहीं ले रहा है.
  • वहीं बस ड्राइवर भी बसों की स्थिति से परेशान हैं.

चालकों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके पास लाइसेंस हो, उनकी कांउसलिंग की जाए. ऐसी कोई बसें नहीं हैं, जिनमें खराबी हो. सब की सीटें सही हैं और सबके शीशे सही हैं. जिन बसों में जो कमियां होती हैं, उनकी मरम्मत कराई जाती है.
- आरके उपध्याय, एआरएम परिवहन विभाग

उन्नाव: जिले के अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद बस स्टॉप पर से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, लेकिन यहां बसों की हालत खस्ताहाल है. बसों में सफर करना मतलब जान जोखिम में डालना है. ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जब जांच-पड़ताल की तो बसों के हालत चौंकाने वाली थी. कई बसों का गेयर बॉक्स टूटा हुआ था. कई के ब्रेक पैडल इस कदर घिस चुके थे कि उसमें ब्रेक काम ही नहीं कर रहे थे. ड्राइवर भी बसों की हालत से काफी परेशान हैं.

नहीं सुधर रहे बसों के हालात.

रोडवेज बसों पर नहीं सुरक्षित यात्री -

  • उन्नाव जिले से रोजाना हजारों का संख्या में यात्री बस स्टाॅप से यात्रा करते हैं.
  • बसों की हालत जानने के लिए ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जांच-पड़ताल की.
  • जांच-पड़ताल में बसों में काफी कमियां पाई गईं.
  • कई बसों का गेयर बॉक्स टूटा हुआ था और कई के ब्रेक पैडल घिस गए थे.
  • यही नहीं कई बसों में तो हार्न तक नहीं लगे थे.
  • यात्री अपनी जान को जोखिम में डालकर इन बसों पर यात्रा करते हैं.
  • आगरा-यमुना एक्सप्रेस-वे पर बस दुर्घटना के बाद भी परिवहन विभाग सबक नहीं ले रहा है.
  • वहीं बस ड्राइवर भी बसों की स्थिति से परेशान हैं.

चालकों को निर्देश दिए गए हैं कि उनके पास लाइसेंस हो, उनकी कांउसलिंग की जाए. ऐसी कोई बसें नहीं हैं, जिनमें खराबी हो. सब की सीटें सही हैं और सबके शीशे सही हैं. जिन बसों में जो कमियां होती हैं, उनकी मरम्मत कराई जाती है.
- आरके उपध्याय, एआरएम परिवहन विभाग

Intro:उन्नाव:-आगरा में यमुना एक्सप्रेस हाइवे पर बस दुर्घटना में गयी 29 लोगो की जान के बाद भले ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश दिए हो लेकिन उन्नाव में यूं पी रोडवेज की ख़स्ताहाल बसे लोगो की जिंदगियों से अभी भी खिलवाड़ कर रही है और लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है etv भारत ने जब ग्राउंड जीरो पर जाकर यू पी रोडवेज बसों की हालत देखी तो वो चौकाने वाली थी क्योकि ना तो बसों में हॉर्न है और ना ही उसमें ब्रेक लगती है और इस बात का खुलासा खुद बस ड्राइवर ने etv भारत से बातचीत के दौरान किया।




Body:ये है उन्नाव का अमरशहीद चंद्रशेखर आजाद बस स्टॉप यहां से रोजाना हज़ारो यात्री सफर करते है लेकिन यहाँ की यू पी रोडवेज बसों की हालत इस कदर ख़स्ताहाल है कि इसमें सफर करना मतलब जान जोखिम में डालना है etv भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जब पड़ताल की तो हालात चौकाने वाले थे क्योकि जहां बस का गेयर बॉक्स टूटा हुआ था वही ब्रेक पैडल भी इस कदर घिस चुके थे कि उसमें ब्रेक काम ही नही कर रहे थे हैरान करने वाली बात तो ये है कि बसों में हॉर्न तक नही लगे है यही नही बस के ड्राइवर भी कंडम हो चुकी बसों से काफी परेशान है और बसों में यात्रियों की जान जोखिम में होने की बात कह रहे है बस ड्राइवर की माने तो बस में ब्रेक तक काम नही करती जिसकी वजह से जहां रुकना होता है उससे काफी पहले ही ब्रेक मारनी पड़ती है और तो और हॉर्न तक काम नही करता जिसकी वजह से हाथ के इशारे से लोगो को हटाना पड़ता है जिसकी वजह से हादसे का डर हमेशा बना रहता है और जान जोखिम में डालकर सफर करने हो ड्राइवर मजबूरी बता रहे है क्योंकि अधिकारी उनकी सुनते नही है।

बाईट--सतीश (बस ड्राइवर)








Conclusion:हैरानी की बात तो ये है कि कंडम हो चुकी इन बसों की हालत रोडवेज अधिकारियों को नज़र नही आ रही है और वो सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.