उन्नाव: जनपद में पुलिस को स्मार्ट बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस मीटिंग के दौरान पुलिसकर्मियों को एक ऐसी स्कीम को लागू करने के बारे में बताया गया, जिसके लागू होते ही घटनास्थल पर या घटना को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों को पकड़ने में काफी सहयोग मिल सकेगा. आइए जानते हैं कि आखिरकार क्या है यह यलो स्कीम.
क्या है 'यलो स्कीम'
इस स्कीम के तहत जिस थाना क्षेत्र में कोई घटना होती है, उस थाना क्षेत्र का थाना इंचार्ज या इंस्पेक्टर अपने सर्किल के क्षेत्राधिकारी से संपर्क कर वहां पर यलो स्कीम लागू कर सकता है. इस स्कीम के लागू होते ही घटनास्थल पर कंट्रोल रूम की मदद से जितनी फोर्स की जरूरत होगी, वह पहुंच जाएगी. इससे घटनास्थल पर कोई अन्य घटना न हो इस पर लगाम लगाई जा सकेगी.
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'यलो स्कीम' में जहां अपराध पर लगाम लगेगी, वहीं किसी भी स्थिति में पुलिस निपटने के लिए तैयार रहेगी. इस स्कीम के लागू होते ही थानाध्यक्ष व क्षेत्राधिकारी घटना को देखते हुए वहां पर यह 'यलो स्कीम' लगाएंगे और कंट्रोल रूम को सूचना देंगे.
-विक्रांत वीर, पुलिस अधीक्षक