उन्नाव : जिले में खनन माफिया बेखौफ होकर गंगा नदी से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं. खनन माफिया खुलेआम योगी सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. अवैध खनन की वजह से सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है. इतना ही नहीं इन खनन माफियाओं ने परमिट वाले खनन पर असलहाधारी लोगों को भी तैनात कर रखा है. यहां तक कि खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी इन्होंने मोड़ दिया है.
सफीपुर कोतवाली के परिसर स्थित माना बंगला गांव में निजी भूमि पर बालू खनन की परमिशन करवाकर खनन माफिया गंगा नदी के बीच धारा में खुलेआम खनन कर रहे हैं. खनन विभाग ने निजी भूमि पर खनन करने का परमिशन दिया था, जिसमें 15 हजार घन मीटर ही बालू निकाली जा सकती थी और इसको मैन्युअल ही करना था न कि मशीन से, लेकिन खनन माफिया खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को बांध लगाकर मोड़ दिया है. इतने में भी जमीन का काम नहीं चला तो इन लोगों ने एक और बड़ा सा बांध लगा दिया और गंगा की धारा को पूरी तरह से रोक दिया.
एनजीटी और न्यायालय ने जहां इस तरह के खनन पर पहले रोक लगा रखी थी. वहीं एक खनन माफिया खुलेआम दो-दो पोकलैंड और जेसीबी से खनन कर रहे हैं. जब जिले के जिम्मेदार अधिकारी से खनन मामले पर बात की गई तो उन्होंने ऐसा कुछ जानकारी में न होने की बात कही. खनन अधिकारी पीके सिंह ने कहा कि निजी भूमि पर खनन करने की अनुमति दी गई है. गंगा में खनन करने की किसी को कोई अनुमति नहीं दी गई है. अगर ऐसा हो रहा है तो पूरी तरह से गलत है. अधिकारी अब इसे अवैध खनन बता रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि खनन माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.