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कोर्ट और एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर हो रहा अवैध खनन

एनजीटी और न्यायालय ने जहां इस तरह के खनन पर पहले रोक लगा रखी थी. वहीं एक खनन माफिया खुलेआम दो-दो पोकलैंड और जेसीबी मशीन से खनन कर रहे हैं.

खनन माफियाओं ने खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी मोड़ दिया है.
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Published : Feb 13, 2019, 11:32 AM IST

उन्नाव : जिले में खनन माफिया बेखौफ होकर गंगा नदी से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं. खनन माफिया खुलेआम योगी सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. अवैध खनन की वजह से सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है. इतना ही नहीं इन खनन माफियाओं ने परमिट वाले खनन पर असलहाधारी लोगों को भी तैनात कर रखा है. यहां तक कि खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी इन्होंने मोड़ दिया है.

खनन माफियाओं ने खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी मोड़ दिया है.
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सफीपुर कोतवाली के परिसर स्थित माना बंगला गांव में निजी भूमि पर बालू खनन की परमिशन करवाकर खनन माफिया गंगा नदी के बीच धारा में खुलेआम खनन कर रहे हैं. खनन विभाग ने निजी भूमि पर खनन करने का परमिशन दिया था, जिसमें 15 हजार घन मीटर ही बालू निकाली जा सकती थी और इसको मैन्युअल ही करना था न कि मशीन से, लेकिन खनन माफिया खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को बांध लगाकर मोड़ दिया है. इतने में भी जमीन का काम नहीं चला तो इन लोगों ने एक और बड़ा सा बांध लगा दिया और गंगा की धारा को पूरी तरह से रोक दिया.

एनजीटी और न्यायालय ने जहां इस तरह के खनन पर पहले रोक लगा रखी थी. वहीं एक खनन माफिया खुलेआम दो-दो पोकलैंड और जेसीबी से खनन कर रहे हैं. जब जिले के जिम्मेदार अधिकारी से खनन मामले पर बात की गई तो उन्होंने ऐसा कुछ जानकारी में न होने की बात कही. खनन अधिकारी पीके सिंह ने कहा कि निजी भूमि पर खनन करने की अनुमति दी गई है. गंगा में खनन करने की किसी को कोई अनुमति नहीं दी गई है. अगर ऐसा हो रहा है तो पूरी तरह से गलत है. अधिकारी अब इसे अवैध खनन बता रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि खनन माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.

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उन्नाव : जिले में खनन माफिया बेखौफ होकर गंगा नदी से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं. खनन माफिया खुलेआम योगी सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. अवैध खनन की वजह से सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है. इतना ही नहीं इन खनन माफियाओं ने परमिट वाले खनन पर असलहाधारी लोगों को भी तैनात कर रखा है. यहां तक कि खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी इन्होंने मोड़ दिया है.

खनन माफियाओं ने खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी मोड़ दिया है.
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सफीपुर कोतवाली के परिसर स्थित माना बंगला गांव में निजी भूमि पर बालू खनन की परमिशन करवाकर खनन माफिया गंगा नदी के बीच धारा में खुलेआम खनन कर रहे हैं. खनन विभाग ने निजी भूमि पर खनन करने का परमिशन दिया था, जिसमें 15 हजार घन मीटर ही बालू निकाली जा सकती थी और इसको मैन्युअल ही करना था न कि मशीन से, लेकिन खनन माफिया खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को बांध लगाकर मोड़ दिया है. इतने में भी जमीन का काम नहीं चला तो इन लोगों ने एक और बड़ा सा बांध लगा दिया और गंगा की धारा को पूरी तरह से रोक दिया.

एनजीटी और न्यायालय ने जहां इस तरह के खनन पर पहले रोक लगा रखी थी. वहीं एक खनन माफिया खुलेआम दो-दो पोकलैंड और जेसीबी से खनन कर रहे हैं. जब जिले के जिम्मेदार अधिकारी से खनन मामले पर बात की गई तो उन्होंने ऐसा कुछ जानकारी में न होने की बात कही. खनन अधिकारी पीके सिंह ने कहा कि निजी भूमि पर खनन करने की अनुमति दी गई है. गंगा में खनन करने की किसी को कोई अनुमति नहीं दी गई है. अगर ऐसा हो रहा है तो पूरी तरह से गलत है. अधिकारी अब इसे अवैध खनन बता रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि खनन माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.

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Intro:उन्नाव में खनन माफिया खुलेआम योगी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं यह खनन माफिया बेखौफ होकर गंगा की धारा से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं इस खनन माफियाओं के साथ जिला प्रशासन और खनन विभाग पूरी तरह से इनकी इस लूट में शामिल है आपको बता दें कि सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के परिया स्थित माना बंगला गांव में यह खनन माफिया गंगा नदी से खुलेआम खनन कर रहे हैं और सरकार को करोड़ों की राजस्व का चूना लगा रहे हैं आपको बता दें कि यह खनन माफिया निजी भूमि पर खनन का पट्टा करवाकर गंगा नदी में खुलेआम खनन कर रहे हैं यही नहीं यह खनन माफिया इतना ज्यादा बेखौफ होकर काम कर रहे हैं कि इन्हें किसी का भय नहीं रह गया वहीं इन माफियाओं ने परमिट वाले खनन पर असलहा धारी लोगों को भी तैनात कर रखा है खुलेआम चोरी ऊपर से सीना जोरी वाला खेल उन्नाव में जारी है इन खनन माफियाओं ने खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को भी मोड़ दिया है जो यहां के तथाकथित ईमानदार अधिकारियों को नहीं दिख रहा है और दिखेगा भी क्यों जब साहब को मनमाने गिफ्ट दिए जाते हैं।


Body:उन्नाव में खनन माफिया जिला प्रशासन और खनन विभाग के गठजोड़ से सरकार को रोजाना लाखों की राजस्व का चूना लगा रहे हैं आपको बता दें कि सफीपुर कोतवाली के परियर स्थित माना बंगला गांव में निजी भूमि पर बालू खनन की परमिशन करवाकर खनन माफिया गंगा नदी के बीच धारा में खुलेआम खनन कर रहे हैं खनन विभाग ने निजी भूमि नंबर 866 झ भूमि पर खनन करने का परमिशन दिया था जिसमें 15000 घन मीटर ही बालू निकाली जा सकती थी और इसको मैन्युअल ही करना था ना की मशीन द्वारा खनन किया जा सकता था लेकिन यह खनन माफिया जिम्मेदारों की सांठगांठ के चलते गंगा नदी के बीच धारा में खनन कर रहे हैं यह खनन माफिया इस कदर बेखौफ होकर काम कर रहे हैं कि इन्होंने खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा को बांध लगाकर मोड़ दिया है इतने में भी जमीन का काम नहीं चला तो इन लोगों ने एक बड़ा सा बांध लगा दिया और गंगा की धारा को पूरी तरह से रोक दिया।


Conclusion:एनजीटी और न्यायालय ने जहां इस तरह के खनन करने पर पहले ही रोक लगा रखी थी वही एक खनन माफिया मानकों को धता बताते हुए खुलेआम दो-दो पोकलैंड और जेसीबी मशीन से खनन कर रहे हैं तस्वीरों में आप देख सकते हैं जो खुद चीख चीख कर चिल्ला रही हैं कि किस तरीके से जिम्मेदार अधिकारी इन खनन माफियाओं से किस तरीके से सन लिप्त हैं कोई जब जिले के जिम्मेदार अधिकारी खनन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने ऐसा कुछ जानकारी मैं ना होने की बात कही खनन अधिकारी पी के सिंह ने कहा पर यह में निजी भूमि खनन करने की अनुमति दी गई है गंगा में खनन करने की किसी को कोई अनुमति नहीं दी गई है अगर ऐसा हो रहा है तो पूरी तरह से गलत है ऐसे में जब अधिकारी बोल रहा है कि गलत है तो कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है ऐसे में बड़ा सवाल है कि इन खनन माफियाओं पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो रही और उन्नाव में खनन माफिया इतना बेखौफ क्यों है।

बाइट:-- पी के सिंह खनन निरीक्षक
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