कानपुर : शहर में एक बार फिर इत्र कारोबारी पीयूष जैन का मामला चर्चा में है. दरअसल, पीयूष जैन ने जमानत के समय जमा की गई एक करोड़ रुपए की जमानत राशि कोर्ट से वापस मांगी है. इसके लिए विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. इस मामले में कोर्ट की ओर से 30 जनवरी को सुनवाई की जाएगी.
महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस अहमदाबाद की टीम ने गुजरात में पान मसाला लदा ट्रक पकड़ा था. इसमें कर चोरी की बात सामने आई थी. टीम ने पान मसाला कारोबारी और ट्रांसपोर्टर के यहां छानबीन की. इसके बाद डीजीजीआई की टीम ने 21 जनवरी 2021 को पीयूष जैन के आनंदपुरी और कन्नौज स्थित घरों व कारोबार के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान 196 करोड़ रुपए की नकदी और 23 किलो सोना मिला था. 27 दिसंबर 2021 को पीयूष जैन को जेल भेजा गया था. उसे फिर आठ माह बाद जमानत मिल गई थी.
इस पूरे मामले को लेकर विशेष लोक अभियोजक अंबरीश टंडन ने बताया कि कुछ समय पहले ही इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ सोना बरामदगी के मामले में कस्टम एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसमें लगातार पीयूष जैन की कोर्ट में पेशी हुई थी. पीयूष जैन ने सोने पर अपना दावा छोड़ते हुए समनीय शुल्क 56.86 लाख रुपए और 60 लाख जुर्माना भी जमा कर दिया था.
अदालत ने उस पर मुकदमा न चलाने का फैसला सुनाया था. जमानत के समय कोर्ट की शर्त पर उसने एक करोड़ रुपये भी जमा किए थे. अब जमानत राशि वापस लेने के लिए इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने स्पेशल सीजेएम कोर्ट में अपनी ओर से अर्जी दे दी है. इस पर सुनवाई 30 जनवरी को होगी.
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