उन्नावः गंगा को साफ रखने के लिए यूपी में एक नई पहल की शुरूआत की है. इस मुहिम से गंगा को अर्थ से जोड़ा जा सकेगा और गंगा साफ भी रहेगी. क्योंकि आस्था जहां होती है, वहां पर लोग गंदगी नहीं करते हैं. यह जानकारी उन्नाव पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए दी.
मोदी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है गंगा सफाई
जल शक्ति मंत्री ने बताया कि देश में मोदी सरकार आते ही गंगा को साफ करने की प्राथमिकता पर मोदी सरकार ने विशेष जोर दिया है. गंगा को किस तरीके से साफ किया जाए, इसको लेकर आए दिन कोई न कोई कार्यक्रम होते रहते हैं. उसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गंगा को साफ रखने की एक नई मुहिम चलाई है.
गंगा यात्रा के दौरान सरकार ने लिया था फैसला
योगी सरकार ने पिछले साल गंगा यात्रा निकालकर लोगों को गंगा को साफ करने की पहल में भागीदार बनाया था. जिसमें भारतीय जनता पार्टी के विधायकों सांसदों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर इस गंगा यात्रा को सफल बनाया था. जिसमें योगी सरकार ने निर्णय लिया था कि गंगा किनारे 1038 ग्राम पंचायतें हैं, इन सभी ग्राम पंचायतों में एक चबूतरा बनाया जाएगा, जिस चबूतरे पर गंगा आरती होगी. इस पहल से गंगा को अर्थ से जोड़ा जा सकेगा और गंगा साफ होगी. वहीं इस मुहिम में गंगा के दोनों तटों को विकसित किया जाएगा.
27 विभागों को दी गई जिम्मेदारी
गंगा किनारे 1641 गांव 1038 ग्राम पंचायतें तथा 21 नगरी क्षेत्र पड़ते हैं. इनमें 1038 ग्राम पंचायतों में गंगा के किनारे गंगा आरती कराने के लिए चबूतरा बनाया जा रहा है. इस योजना को फलीभूत कराने के लिए सरकार ने 27 विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी है. यह 27 विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कई ग्राम पंचायतों में चबूतरे के निर्माण को पूरा भी करा लिया है.
गंगा किनारे बनेंगे मैदान, स्टेडियम और तालाब
गंगा को साफ रखने के लिए गंगा किनारे एक विस्तृत कार्य योजना पर काम चल रहा है. इस कार्य योजना में नालों का डायवर्जन, गंगा मैदान, गंगा तालाब, गंगा स्टेडियम आदि बनाए जा रहे हैं. मंत्री महेंद्र सिंह ने बताया कि कल हमारी समीक्षा बैठक इसी कार्ययोजना को लेकर हुई थी, जिसमें 27 विभागीं के अधिकारी प्रमुख सचिव और सचिवों ने भाग लिया था. इस बैठक में अधिकारियों ने बताया है कि चबूतरा बनाने का काम बहुत तेजी से चल रहा है. कई जगह चबूतरे बन भी गए हैं.