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नहर विभाग की लापरवाही : खुद ही सफाई करने नहर में उतरे किसान

उन्नाव में नहर विभाग की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. खेतों में पानी न पहुंचने से आस-पास के गांवों के करीब 50 किसान खुद ही अपने हाथों में फावड़ा लेकर नहर की सफाई करने में जुट गए.

उत्तर प्रदेश समाचार
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Published : Aug 26, 2021, 2:04 PM IST

Updated : Aug 26, 2021, 2:13 PM IST

उन्नाव : जिले में नहर विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर नहर विभाग की लापरवाही का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है. दरअसल उन्नाव में नहरों और माइनरों में सफाई के नाम पर जिमेदारो ने खूब खेल खेला. कहीं सफाई के नाम पर घास फूस काटकर खानापूर्ति ही हुई तो कहीं माइनरों में सफाई ही नहीं की गई. जिसका खामियाजा अब फसल की सिंचाई के समय किसानों को भुगतना पड़ रहा है. खेतों में पानी न पहुंचने से आस-पास के गांवों के करीब 50 किसान खुद ही अपने हाथों में फावड़ा लेकर सफाई में लग गए.

नहर विभाग की लापरवाही
उन्नाव में नहर विभाग की कारगुजारियों की पोल उस समय खुल गई जब खेतों में पानी न आने पर सैकड़ो किसान फावड़ा लेकर खुद ही नहर में सफाई के लिए उतर पड़े. मामला हसनगंज तहसील के आसीवन ब्रांच से निकली भौली रजबहा का है, जहां लगभग करीब 50 किसान हाथों में फावड़ा लेकर नहर में उतर गए और कागजों पर साफ की गई नहर की सफाई स्वयं करने लगे.किसानों ने बताया कि ठेकेदार ने इस रजबहा की सफाई नहीं कराई, जिस वजह से उनके खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. सैकड़ों बीघे धान की फसल में पानी न मिलने से सुख रही है. अगर समय से फसल में पानी नहीं मिला तो उनकी पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी. इस वजह से सभी किसान स्वयं नहर की सफाई करने को मजबूर हो गए.शासन की ओर से नहरों, माइनरों की सफाई का आदेश जारी तो किया गया था, लेकिन जिम्मदारों ने सफाई के नाम पर भी खूब खेला कर लाखो रुपयों का भुगतान कर डकार गए. इससे पहले भी जनपद में नहर सफाई में बिना काम कराए लाखो का बंदरबांट हुआ था, जिसकी जांच सीडीओ ने की थी. जांच में विभाग और ठेकेदार दोषी पाए गए थे और दोषियों पर एफआईआर के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है, जिसपर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है.

उन्नाव : जिले में नहर विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर नहर विभाग की लापरवाही का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है. दरअसल उन्नाव में नहरों और माइनरों में सफाई के नाम पर जिमेदारो ने खूब खेल खेला. कहीं सफाई के नाम पर घास फूस काटकर खानापूर्ति ही हुई तो कहीं माइनरों में सफाई ही नहीं की गई. जिसका खामियाजा अब फसल की सिंचाई के समय किसानों को भुगतना पड़ रहा है. खेतों में पानी न पहुंचने से आस-पास के गांवों के करीब 50 किसान खुद ही अपने हाथों में फावड़ा लेकर सफाई में लग गए.

नहर विभाग की लापरवाही
उन्नाव में नहर विभाग की कारगुजारियों की पोल उस समय खुल गई जब खेतों में पानी न आने पर सैकड़ो किसान फावड़ा लेकर खुद ही नहर में सफाई के लिए उतर पड़े. मामला हसनगंज तहसील के आसीवन ब्रांच से निकली भौली रजबहा का है, जहां लगभग करीब 50 किसान हाथों में फावड़ा लेकर नहर में उतर गए और कागजों पर साफ की गई नहर की सफाई स्वयं करने लगे.किसानों ने बताया कि ठेकेदार ने इस रजबहा की सफाई नहीं कराई, जिस वजह से उनके खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. सैकड़ों बीघे धान की फसल में पानी न मिलने से सुख रही है. अगर समय से फसल में पानी नहीं मिला तो उनकी पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी. इस वजह से सभी किसान स्वयं नहर की सफाई करने को मजबूर हो गए.शासन की ओर से नहरों, माइनरों की सफाई का आदेश जारी तो किया गया था, लेकिन जिम्मदारों ने सफाई के नाम पर भी खूब खेला कर लाखो रुपयों का भुगतान कर डकार गए. इससे पहले भी जनपद में नहर सफाई में बिना काम कराए लाखो का बंदरबांट हुआ था, जिसकी जांच सीडीओ ने की थी. जांच में विभाग और ठेकेदार दोषी पाए गए थे और दोषियों पर एफआईआर के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है, जिसपर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है.
Last Updated : Aug 26, 2021, 2:13 PM IST
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