उन्नाव : कोरोना कर्फ्यू से किसानों को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा है. जिले में बंद गोभी व फूल गोभी की खेती करने वाले किसानों को उम्मीद थी कि इस सीजन में पिछले साल के नुकसान की भरपाई होगी. मगर इस बार भी कर्फ्यू के चलते मंडियों तक उनका माल नहीं पहुंच सका. किसानों ने खेतों में ही अपनी फसल जोत दी. जबकि बड़ी संख्या में फसल खेतों में ही खड़ी सूख रहीं हैं. वहीं उन्नाव जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
उन्नाव के कई किसानों ने जोती फसल
सफीपुर व सरोसी क्षेत्र के पावा, ढकिया, अतहा, हसनापुर, खोखापुर, रूकनापुर, रायपुर, सदमपुर, बिलारी गोझा, मोमिनपुर, बरहली, करवासा, नयाखेड़ा सहित दर्जनों गावों के किसान गर्मी के सीजन में बंद गोभी व फूल गोभी की खेती करते चले आ रहे हैं. पिछले साल भी लॉकडाउन के चलते फसल बर्बाद हो गई थी. किसानों को उम्मीद थी कि इस बार फसल का अच्छा मूल्य मिलेगा और नुकसान की भरपाई हो जाएगी, मगर एक बार फिर किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
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कोरोना ने उम्मीदों पर फेरा पानी
इस साल भी शासन की ओर से कर्फ्यू लगाया गया. इससे लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, गोरखपुर, फैजाबाद, बनारस, मैनपुरी सहित कई मंडियों में यहां के किसान अपनी फसल बेचने के लिए नहीं ले जा सके. बंदी के चलते व्यापारियों ने दूरी बनी ली. हालांकि कुछ किसान मंडी में फसल लेकर पहुंचे. मगर खरीददार न मिलने से भाड़ा भी अपनी जेब से भरना पड़ गया. किसानों ने अब अपनी फसलों को खेत में ही सूखने के लिए छोड़ दिया है. वहीं कुछ किसानों ने फसल को जोत दिया है. किसानों में जितेंद्र सिंह, संतोष, लाखन, बउवा, ओमप्रकाश, खैराती, सुरेश, विजय पाल, अमित दिवेदी ने बताया कि फसल की बिक्री नहीं है. इससे लागत नहीं निकल रही है. इसलिए खेत में ही फसल को छोड़ दिया है. जिससे वह सूख रही है और फसल को जोतकर अन्य फसल बोई जाएगी.