उन्नाव: कोरोना वायरस के चलते जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, विशेष तौर पर होम डिलीवरी आदि को लेकर समीक्षा बैठक की. इसके बाद उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी कक्ष में बनाई गयी विभिन्न 11 समितियों के साथ बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इसका उद्देश्य लॉकडाउन के दौरान आम लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो और उन्हें आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति समय से हो. इसके साथ ही जनपद में साफ-सफाई आदि की उचित व्यवस्था हो.
जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं, उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जाना चाहिए. इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोई भी बाहर से आने वाला व्यक्ति सीधे अपने घर को न जाए. उन्हें पहले क्वॉरंटाइन किया जाए उसके पश्चात ही उन्हें घर भेजा जाए. इसके बाद उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार से कोरोना वायरस सम्बन्धी क्वारंटाइन आदि की विस्तृत जानकारी ली. नगर मजिस्ट्रेट चंदन पटेल को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हॉटस्पॉट जगहों पर दूध/खजूर, सब्जी-फल और जरूरत की अन्य सामग्रियां आदि अन्य खाद्य सामग्री की उपलब्धता समय से सुनिश्चित की जाए. वार्ड वार होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाए.
नगर पालिका में साफ-सफाई पर दिया ध्यान
नगर मजिस्ट्रेट चंदन पटेल ने बताया कि कार्य पूरी तत्परता और लगन के साथ किया जा रहा है. शुक्लागंज में जरूरत की सामग्री की सप्लाई पूरी तरह से हो रही है. साथ ही रोजा ईफ्तारी की गाड़ियां भी भेजी जा रही हैं. शुक्लागंज (हॉटस्पॉट) में चिन्हित स्थानों पर बैरियर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है. जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि गोशालाओं में जानवरों के लिए समस्त उपयोगी वस्तुओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें. जानवरों को किसी भी प्रकार की परेशानी या असुविधा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने ईओ नगर पालिका उन्नाव को नाले की साफ-सफाई जल्द से जल्द कराने के निर्देश देते हुए कहा कि मलवे को हटवा कर नियमित रूप से नाले की साफ-सफाई होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने 3 मई से पहले ही यह कार्य शत प्रतिशत पूर्ण करवाने के निर्देश दिया.
आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार को निर्देशित करते हुए कहा कि आरोग्य सेतु नामक ऐप को अस्पतालों/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले लोगों के मोबाइल फोन पर अधिक से अधिक ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के जिला पंचायत/क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान सहित आम नागरिकों में डाउनलोड करें. इससे कोरोना वायरस से बचाव के सम्बन्ध में लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो सकेंगे. जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम की समस्त व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) राकेश गुप्ता को दिए.
इसे भी पढ़ें- COVID-19: UP में कोरोना के 20 नए मामले आए सामने, आंकड़ा पहुंचा 2073