ETV Bharat / state

उन्नाव: गंगा यात्रा से कैसे निर्मल होंगी गंगा, गिर रहा गंदा नाला - unnao samachar

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सरकार गंगा यात्रा निकाल कर लोगों को निर्मल और अविरल गंगा बनाने का संदेश दे रही है. 30 जनवरी और 31 जनवरी को निकलने वाली गंगा यात्रा को लेकर प्रशासन भी अलर्ट पर है.

etv bharat
गंगा यात्रा से कैसे निर्मल होगी गंगा, गिर रहा गंदा नाला
author img

By

Published : Jan 29, 2020, 12:12 PM IST

उन्नाव: जिले में जहां एक तरफ योगी सरकार गंगा यात्रा निकालकर लोगों को अविरल और निर्मल गंगा बनाने का संदेश दे रही है. वहीं उन्नाव में 30 जनवरी और 31 जनवरी को निकलने वाली गंगा यात्रा को लेकर प्रशासन भी अलर्ट पर नजर आ रहा है, लेकिन इन सबके बीच गंगा घाट के क्षेत्रों में अभी भी गंगा मैली हो रही है. गंगा को अशुद्ध बनाने का यह काम कोई फैक्ट्री नहीं बल्कि गंगा घाट नगर पालिका के अधिकारी ही कर रहे हैं.

गंगा में गिर रहा शहर का गंदा पानी
पूरे शहर का गंदा पानी निकलकर अभी भी बगैर ट्रीट हुए सीधे गंगा में गिर रहा है. वहीं हैरत की बात यह है कि ईटीवी के कैमरे में कैद यह नाला जिला प्रशासन को नजर नहीं आ रहा और सिर्फ खोखली दलील दी जा रही हैं. वही 30 जनवरी और 31 जनवरी को होने वाली गंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए जिले के अधिकारी जमकर पसीना बहा रहे हैं. करोड़ो रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा में गिरने वाले नालों पर नगर पालिका रोक नहीं लगा पा रही है.

गंगा यात्रा से कैसे निर्मल होगी गंगा, गिर रहा गंदा नाला

पैसा खर्च करने के बाद भी नहीं हुई सफाई
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ गंगा यात्रा के जरिये जहां गंगा की अविरलता और निर्मलता के बारे में बताने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. वहीं 30 जनवरी को उन्नाव सीमा में प्रवेश करने वाली गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन पानी की तरह पैसे बहा रहा है. बैनर होर्डिंग और वाल पेंटिंग के जरिए कार्यक्रम की तैयारियों में प्रशासन के अधिकारी खूब पसीना बहा रहे हैं.

खोखले साबित हो रहे प्रशासनिक दावे
गंगा यात्रा के जरिये जिस गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता के दावे प्रशासन कर रहा है. दरहसल वो पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं. नमामि गंगे के जिस घाट पर मंत्री से बड़े अफसर 31 जनवरी को गंगा यात्रा में भाग लेंगे. वहीं से चंद कदमों की दूरी पर नगर पालिका का नाला गंगा में सीधा गिर रहा है. पूरे शहर का गंदा पानी गंगा में गिराया जा रहा है. यही नहीं स्थानीय लोग भी प्रशासन के ऊपर सवाल खड़े कर रहे हैं और मोक्षदायिनी गंगा में स्नान करने से भी मना कर रहे हैं.

पांच -छह सालों से लगातार गंगा नदी में नाला गिर रहा है. कोई भी इसमें नहाने को तैयार नहीं है. मुझे कुछ ऐसा नहीं दिख रहा कि गंगा की साफ-सफाई हो रही हैं. गंदगी की वजह से यहां का माहौल भी बहुत खराब है.
-राजू, स्थानीय निवासी

उन्नाव: जिले में जहां एक तरफ योगी सरकार गंगा यात्रा निकालकर लोगों को अविरल और निर्मल गंगा बनाने का संदेश दे रही है. वहीं उन्नाव में 30 जनवरी और 31 जनवरी को निकलने वाली गंगा यात्रा को लेकर प्रशासन भी अलर्ट पर नजर आ रहा है, लेकिन इन सबके बीच गंगा घाट के क्षेत्रों में अभी भी गंगा मैली हो रही है. गंगा को अशुद्ध बनाने का यह काम कोई फैक्ट्री नहीं बल्कि गंगा घाट नगर पालिका के अधिकारी ही कर रहे हैं.

गंगा में गिर रहा शहर का गंदा पानी
पूरे शहर का गंदा पानी निकलकर अभी भी बगैर ट्रीट हुए सीधे गंगा में गिर रहा है. वहीं हैरत की बात यह है कि ईटीवी के कैमरे में कैद यह नाला जिला प्रशासन को नजर नहीं आ रहा और सिर्फ खोखली दलील दी जा रही हैं. वही 30 जनवरी और 31 जनवरी को होने वाली गंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए जिले के अधिकारी जमकर पसीना बहा रहे हैं. करोड़ो रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा में गिरने वाले नालों पर नगर पालिका रोक नहीं लगा पा रही है.

गंगा यात्रा से कैसे निर्मल होगी गंगा, गिर रहा गंदा नाला

पैसा खर्च करने के बाद भी नहीं हुई सफाई
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ गंगा यात्रा के जरिये जहां गंगा की अविरलता और निर्मलता के बारे में बताने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. वहीं 30 जनवरी को उन्नाव सीमा में प्रवेश करने वाली गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन पानी की तरह पैसे बहा रहा है. बैनर होर्डिंग और वाल पेंटिंग के जरिए कार्यक्रम की तैयारियों में प्रशासन के अधिकारी खूब पसीना बहा रहे हैं.

खोखले साबित हो रहे प्रशासनिक दावे
गंगा यात्रा के जरिये जिस गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता के दावे प्रशासन कर रहा है. दरहसल वो पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं. नमामि गंगे के जिस घाट पर मंत्री से बड़े अफसर 31 जनवरी को गंगा यात्रा में भाग लेंगे. वहीं से चंद कदमों की दूरी पर नगर पालिका का नाला गंगा में सीधा गिर रहा है. पूरे शहर का गंदा पानी गंगा में गिराया जा रहा है. यही नहीं स्थानीय लोग भी प्रशासन के ऊपर सवाल खड़े कर रहे हैं और मोक्षदायिनी गंगा में स्नान करने से भी मना कर रहे हैं.

पांच -छह सालों से लगातार गंगा नदी में नाला गिर रहा है. कोई भी इसमें नहाने को तैयार नहीं है. मुझे कुछ ऐसा नहीं दिख रहा कि गंगा की साफ-सफाई हो रही हैं. गंदगी की वजह से यहां का माहौल भी बहुत खराब है.
-राजू, स्थानीय निवासी

Intro:जहां एक तरफ यूपी सरकार गंगा यात्रा निकालकर लोगों को निर्मल और अविरल गंगा बनाने का संदेश दे रही है वहीं उन्नाव में 30 जनवरी और 31 जनवरी को निकलने वाली गंगा यात्रा को लेकर प्रशासन भी अलर्ट एलर्ट मोड में नजर आ रहा है लेकिन इन सबके बीच उन्नाव के गंगा घाट क्षेत्र में अभी भी गंगा मैली हो रही है और गंगा को अशुद्ध बनाने का यह काम कोई फैक्ट्री नहीं बल्कि गंगा घाट नगर पालिका के अधिकारी ही कर रहे हैं क्योंकि पूरे शहर का गंदा पानी निकलकर अभी भी बगैर ट्रीट हुए सीधे गंगा में गिर रहा है और वह गंगा को मैली कर रहा है वही हैरत की बात तो ये है etv के कैमरे में कैद यह नाला जिला  प्रशासन को नजर नहीं आ रहा और सिर्फ  खोखली दलील देेे रहे हैं।




Body:
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ गंगा यात्रा के जरिये जहां गंगा की अविरलता और निर्मलता के बारे में बताने की कोशिशों में जुटे हुए है वही 30 जनवरी को उन्नाव सीमा में प्रवेश करने वाली गंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन पानी की तरह पैसे बहा रहा है बैनर होर्डिंग और वाल पेंटिंग से लेकर कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर प्रशासन के अधिकारी भी खूब पसीना बहा रहे है लेकिन गंगा यात्रा के जरिये जिस गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता के दावे प्रशासन कर रहा है दरहसल वो पूरी तरह खोखले है क्योकि नमामि गंगे के जिस घाट पर मंत्री से लेकर संतरी और बड़े बड़े अफसर 31 जनवरी को गंगा यात्रा में भाग लेंगे वही से चंद कदमो की दूरी पर नगरपालिका का नाला गंगा में सीधे गिर रहा है पूरे शहर का गंदा  पानी को गंगा में गिराया जा रहा है हैरानी की बात तो जो अधिकारी इस गंगा यात्रा में अविरल गंगा निर्मल गंगा का संदेश दे रहे है दरहसल उन्ही अधिकारियों की लापरवाही के चलते नगरपालिका का नाला गंगा में गिर रहा है जिससे गंगा मैली हो रही है यही नही स्थानीय लोग भी प्रशासन के ऊपर सवाल खड़े कर रहे है और मोक्षदायिनी गंगा में स्नान करने से मना कर रहे है।


बाईट--राजू (स्थानीय)



Conclusion:

वही 30 जनवरी और 31 जनवरी को आने वाली गंगा यात्रा को लेकर सफल बनाने के लिए जिले के अधिकारी जमकर पसीना बहा रहे है और करोड़ो रूपये पानी की तरह बहा रहे है लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि नगरपालिका का नाला गंगा में गिरने के बावजूद जिले के अधिकारी गंगा को अविरल और निर्मल बनाने का खोखला दावा कर रहे है।


बाईट--देवेंद्र पांडेय (जिला अधिकारी उन्नाव)

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000


ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.