उन्नावः बीघापुर एसडीएम(SDM) के चालक की फरवरी 2021 में कोविड संक्रमण से मौत हो गई थी. वहीं, पत्नी की 5 साल पहले मौत हो चुकी थी. अनाथ बच्चों ने कलेक्ट्रेट के बाबू पर फाइल रोकने का आरोप लगाते हुए रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया था. बच्चों ने वीडियो वायरल कर सीएम से न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बाद डीएम ने सोमवार को बच्चों को कार्यालय बुलाकर बातचीत की. डीएम अपूर्वा दुबे ने 48 घंटे में सभी सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है. साथ ही जांच कराकर दोषी बाबू व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
बता दें, कि शहर के आवास विकास कालोनी निवासी स्व. आशीष मिश्र एसडीएम बीघापुर के कार्यालय में चालक के पद पर कार्यरत थे. फरवरी 2021 में कोविड संक्रमण से निधन हो गया था, जबकि पत्नी निशा का लगभग पांच वर्ष पहले निधन हो चुका था. मां की मौत के बाद पिता ही अपने दोनों बच्चे विराट मिश्र(11) और परी(7) की देखरेख कर रहे थे. पिता का देहांत होने के बाद दोनों भाई-बहन की परवरिश उनके नाना रमाकांत द्विवेदी निवासी आवास विकास हंसपुरम कानपुर अपने पास रखकर कर रहे हैं.
विराट और परी ने दो दिन पहले सीएम को ट्वीट कर अपने पिता की बकाया पेंशन व अन्य देयों का भुगतान न करने का डीएम कार्यालय में तैनात बाबू अरुण पांडेय पर आरोप लगाया था. डीएम अपूर्वा दुबे ने मामले को संज्ञान लेते हुए आज बच्चों को कार्यालय बुलाकर बातचीत की. डीएम ने बच्चों को 48 घंटे में सभी सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है. डीएम ने जांच कराकर दोषी बाबू व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
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डीएम अपूर्वा दुबे ने बताया कि मामले में किस स्तर पर विलंब रहा है, हम लोगों ने परीक्षण किया है. इसके लिए टीम गठित करके 2 दिन के अंदर उत्तरदायित्व निर्धारित करेंगे. पेंशन जारी करने का आदेश दिया है. पूर्व में नकदीकरण का भुगतान हो चुका है, पेंशन की धनराशि रुकी हुई थी. इनके संरक्षक नाना रमाकांत द्विवेदी हैं. दो दिवस के अंदर खाते में पेंशन भी आने लगेगी. आज मेरे द्वारा स्वयं बच्चों और उनके संरक्षक से वार्ता की गई वह संतुष्ट भी हैं. उनका कार्य आदेश भी जारी किया जा चुका है. बच्चों ने सीएम को धन्यवाद ज्ञापित किया है.
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