लखनऊ. उन्नाव रेप कांड में भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है. बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद भाजपा से यह सवाल बार-बार पूछा गया कि सरकार की कार्रवाई से सुप्रीम कोर्ट आखिर संतुष्ट क्यों नहीं है. भाजपा अब इस मुद्दे पर सोच समझकर ही अगला कदम रखना चाहती है, इसलिए फिलहाल वह बैकफुट पर दिखाई दे रही है.
सुप्रीम कोर्ट के रुख का बीजेपी में मंथन
- उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का बचाव करना भाजपा को भारी पड़ता दिखाई दे रहा है.
- सुप्रीम कोर्ट के ताजा आदेश के बाद भारतीय जनता पार्टी में मंथन हो रहा कि आखिर सुप्रीम कोर्ट क्या करना चाह रही.
- योगी सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश के साथ पीड़ित परिवार को सुरक्षा भी मुहैया कराई है.
- भाजपा के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जेल में भी डाला गया तो आखिर सुप्रीम कोर्ट ने इतना कड़ा रुख क्यों अपनाया है.
- भाजपा इस मुद्दे पर फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहती है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूरे प्रकरण में कुछ भी बोलने से बचना चाह रही है.
पीड़ित परिवार से भाजपा की सहानुभूति
- भारतीय जनता पार्टी अब भले ही पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का दावा कर रही है.
- पार्टी का कहना है कि योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की हर मांग के अनुरूप काम किया है.
- हादसे में घायल दुष्कर्म पीड़िता और उसके वकील का सरकार इलाज भी करवा रही है.
- दोनों ही मामले सीबीआई को सौंपे जा चुके हैं.
भाजपा पर यह आरोप लग रहा है कि वह उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ खड़ी है और उन्हें पार्टी से निकालने का साहस भी अब तक नहीं कर सकी है. ऐसे में जाहिर है कि भाजपा को अपने को बेदाग साबित करने के लिए अभी ऐसे कदम उठाने होंगे जो उसे विधायक मोह से दूर कर सके.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन भाजपा सरकार करेगी और भाजपा की पूरी सहानुभूति पीड़ित परिवार के साथ है, भाजपा उसे इंसाफ दिलाएगी.
-समीर सिंह, प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी