उन्नाव: जिले के असोहा ब्लॉक में स्थित कांथा ग्राम पंचायत में वित्तीय वर्ष 2016 से लेकर 2019-20 तक कार्यरत रहे ग्राम पंचायत अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए निलंबित किया गया है. ये सभी ग्राम पंचायत अधिकारी अपने-अपने कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों का रिकॉर्ड नहीं दे पाए. इसके अलावा जांच में सहयोग न करने के कारण जिला विकास अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए निलंबित किया है.
शिकायत के पश्चात शुरू हुई थी जांच
आपको बता दें कि उन्नाव के असोहा विकासखंड में स्थित कांथा ग्राम पंचायत में ग्रामीणों ने वहां हुए विकास कार्यों में गड़बड़ी को लेकर शिकायत की थी. जिसको लेकर जिला विकास अधिकारी ने टीम गठित कर जांच कराई थी. जिसमें 4 ग्राम पंचायत अधिकारी दोषी पाए गए हैं, जिन्हें रविवार को जिला विकास अधिकारी ने निलंबित कर दिया है.
शौचालय से लेकर आवास तक मे की थी गड़बड़ी
दरअसल, 2016 से 2020 तक हुए विकास कार्यों में इन चारों ग्राम पंचायत अधिकारियों ने जमकर घालमेल किया था. जिसके चलते ये चारों विकास कार्यों के प्रपत्र जांच अधिकारियों को दिखाने में असमर्थ साबित हुए. इसके अलावा जांच में कोई सहयोग नहीं किये जाने पर ये कार्रवाई की गई.
4 वर्षों का नहीं दिखा पाए रिकार्ड
जिला विकास अधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर साल 2016 से 2020 तक कार्यरत रहे सर्वेश कुमार दीक्षित, सुरेश कुमार सिंह, पवन कुमार मौर्य, श्रीकांत को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.