कानपुर: शुक्रवार को ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के मौके पर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिेए वट सावित्री की पूजा की. इस दौरान महिलाओं ने वट वृक्ष में धागा बांधकर पति की दीर्घायु होने का आशीर्वाद मांगा.
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों पालन
जिले के बर्रा क्षेत्र में महिलाओं ने मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए वट वृक्ष की पूजा की. इस बार वट पूजन में कम संख्या में महिलाएं बाहर दिखीं. कुछ महिलाओं ने घरों पर ही छोटी सी टहनी मंगा कर पूजा अर्चना की.
क्यों होती है ये पूजा
वट सावित्री व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए स्त्रियों के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है. ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को मनाये जाने वाले इस व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं सत्यवान-सावित्री की कथा सुनती हैं और पति की प्राण रक्षा के लिए संकल्प लेती हैं. मान्यता है कि सावित्री ने आज के दिन ही यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस लेकर उनका जीवन बचाया था.